Friday, April 29, 2022

बौद्धिक संपदा अधिकार और अनुसंधान नैतिकता" पर आयोजित हुई दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी ।

मेडी-कैप्स यूनिवर्सिटी, इंडिया और डेब्रे ताबोर यूनिवर्सिटी, इथियोपिया द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय संगोष्ठी हाइब्रिड मोड में "बौद्धिक संपदा अधिकार और अनुसंधान नैतिकता" विषय पर आयोजित की गईभारत और इथियोपिया के विशिष्ट वक्ताओं ने आईपीआर पर व्याख्यान दिया साथ ही शैक्षिक और समाजिक क्षेत्र में विषय के महत्व का उल्लेख किया। इस आयोजन में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दोनों तरह के 100 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। गौरतलब है कि संगोष्ठी में 50 से अधिक पेपर प्राप्त हुए, जिनमें से सर्वश्रेष्ठ 18 पेपर मौखिक प्रस्तुति के लिए चुने गए। सर्वश्रेष्ठ मौखिक प्रस्तुति के लिए पुरस्कार दिए गए। इस दौरान मेडी-कैप्स यूनिवर्सिटी, इंडिया के कुलपति डॉ. डी के पटनायक, प्रो वाइस चांसलर डॉ डी के पांडा, एवं रजिस्ट्रार डॉ.अंकुर सक्सेना की विशेष उपस्थिति रही। आयोजन सचिव के रूप में डॉ. ए ए कोसेर ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन किया। धन्यवाद ज्ञापन संगोष्ठी के कन्वेनर, आई क्यू ए सी सदस्य व प्रोफेसर डॉ. नवीन ढींगरा द्वारा प्रस्तुत किया गया 

 

कोरोना का अगला वैरिएंट चिंता का कारण: WHO, दिल्ली में गुरुवार को 1,490 नए मरीज, जर्मनी में एक दिन में 1.24 लाख नए केस, चीन की राजधानी बीजिंग में स्कूल बंद, शादी-अंतिम संस्कार पर रोक

कोरोना की रफ़्तार ने एक बार फिर से दुनिया की जान सांसत में डाल दी है देश में भी कोरोना से 28 अप्रैल को 60 लोगों की मौत हुई। यह आंकड़ा पिछले दिन के मुकाबले डेढ़ गुना है।देश में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 3,377 नए मामले दर्ज किए गए, जबकि 2,496 लोग डिस्चार्ज हुए। एक्टिव केस यानी इलाज करा रहे लोगों की संख्या भी 17,801 पर पहुंच गई है। बीते दिन कोरोना के लिए 4.73 लाख सैंपल टेस्ट किए गए। इससे पहले, गुरुवार को 3,303 और बुधवार को 2,937 नए मामले दर्ज किए गए थेIMF की प्रबंध निदेशक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। 

दिल्ली में कोरोना के आँकड़े डरावने होते जा रहे हैं 
दिल्ली में गुरुवार को 1,490 नए मरीज सामने आए। इसके साथ ही दिल्ली में अब कुल एक्टिव केस 5,250 हो गए हैं। हालांकि, इनमें से केवल 124 मरीजों को ही अस्पतालों में भर्ती कराना पड़ा है। दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 9,379 बेड उपलब्ध हैं। यहां में गुरुवार को दो मौतें भी दर्ज की गईं।

उधर, IIT मद्रास में कोरोना के 11 नए मामले सामने आए हैं। यहां संक्रमितों का कुल आंकड़ा 182 हो गया है।

जर्मनी की हालत पस्त 
कोरोना के बढ़ते मामले भारत के साथ कई देशों के लिए चिंता का सबब बने हुए हैं। जर्मनी में एक दिन में दुनियाभर में सबसे ज्यादा नए केस सामने आए। यहां गुरुवार को 1.24 लाख नए केस मिले, जबकि 25 अप्रैल को 86,980 नए केस सामने आए थे।
                                                                                                                        (सोर्स : इन्टरनेट) 

चीन की राजधानी बीजिंग में स्कूल बंद, शादी-अंतिम संस्कार पर रोक
सवा दो करोड़ की आबादी वाले चीन के बीजिंग में सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। यहां शादी और अंतिम संस्कार पर भी रोक लगा दी गई है। बीजिंग में दो करोड़ लोगों की कोरोना जांच का अभियान शुरू किया गया है। चीन के ही शंघाई में गुरुवार को 10 हजार नए केस आए। उधर, एशिया के एक दिन में सबसे 57 हजार से ज्या केस दक्षिण कोरिया में दर्ज हुए हैं।

WHO ने दी चेतावनी
WHO का कहना है कि कोरोना का अगला वैरिएंट चिंता का कारण हो सकता है। WHO की महामारी विशेषज्ञ डॉ. मारिया वान केरखोव ने कहा- वर्तमान में दुनिया भर में सबसे अधिक मामले ओमिक्रॉन के ही हैं। साथ ही साथ इसके सबवैरिएंट बीए.4, बीए.5, बीए.2.12.1 पर भी नजर रखी जा रही है।उन्होंने कहा- विश्व स्वास्थ्य संगठन के मुताबिक, यह बताना मुश्किल है कि अगला कोविड-19 वैरिएंट कौन सा होगा? हमारे लिए यह एक चिंता का महत्वपूर्ण कारण बना हुआ है। हमें अभी अलग-अलग परिस्थितियों के मुताबिक प्लान बनाने की जरूरत है।


Wednesday, April 27, 2022

बीते 24 घंटों में कोरोना के 2,483 नए मामले, IIT मद्रास में संक्रमित छात्रों की कुल संख्या 111 हुई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बुधवार दोपहर 12 बजे सभी मुख्यमंत्रियों से कोरोना को लेकर मीटिंग

कोरोना ने देश  में फिर से रफ़्तार पकड़ ली है और ऐसा कि जून के अंत तक देश में चौथी लहर आ सकती है आंकड़ों की बात करें तो देश में लगातार 7वें दिन कोरोना के 2 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं। बीते 24 घंटों में 2,483 नए मामले मिले। बीते 24 घंटे में दिल्ली में कोरोना के 1204 नए केस सामने आए हैं।वहीं कर्नाटक के हेल्थ मिनिस्टर ने एक रिसर्च के आधार पर बताया कि कोरोना की चौथी लहर जून में अपने पीक पर होगी।उन्होंने IIT कानपुर की स्टडी का हवाला देते हुए कहा कि इसका प्रभाव अक्टूबर तक रहेगा। इसे देखते हुए कर्नाटक सरकार ने राज्य में फेस मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग को अनिवार्य कर दिया है।देश में कोरोना के एक्टिव मामले 15,636 हो गए हैं, जबकि पॉजिटिविटी रेट घटकर 0.55% हो गया है। उधर, IIT मद्रास में 32 नए कोरोना केस मिलने के बाद कुल संख्या 111 पहुंच गई है। पिछले 24 घंटों में रिकवरी केसों की संख्या 1,970 रही।

इसके बाद देश में कोरोना से ठीक होने वालों की संख्या 4,25,23,311 हो गई। वहीं, रिकवरी रेट 98.75% है। ICMR के मुताबिक, भारत में कल कोरोना के लिए 4,49,197 सैंपल टेस्ट किए गए। देश में अब तक कुल 83,54,69,014 सैंपल टेस्ट किए जा चुके हैं।


IIT मद्रास में 32 और टेस्ट पॉजिटिव, कुल मामले 111 पहुंचे
IIT मद्रास में 32 और लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। इसके बाद संस्थान में कोरोना वायरस से संक्रमित छात्रों की कुल संख्या 111 हो गई है। तमिलनाडु के स्वास्थ्य विभाग ने यह जानकारी दी

पीएम मोदी की मीटिंग दोपहर 12 बजे

देश में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार दोपहर 12 बजे सभी मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए मीटिंग करेंगे। बता दें कि देश में पिछले एक हफ्ते से लगातार दो हजार से ज्यादा नए मरीज सामने आ रहे हैं। सबसे ज्यादा चिंता राजधानी दिल्ली को लेकर है, जहां रोज 1 हजार से ज्यादा केस मिल रहे हैं।


Wednesday, April 20, 2022

लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के छात्र बैठे धरने पर, बढ़ते कोरोना केसेस के कारण ऑफ लाइन एग्जाम का विरोध

लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया विधि विश्वविद्यालय के छात्र परिसर में धरने पर बैठे हैं, कारण छात्र बढ़ते कोरोना केसेस के कारण ऑफ लाइन एग्जाम का विरोध कर रहे हैं दरअसल विश्वविद्यालय की दूसरे, चौथे, छठवें, आठवें और 10वें सेमेस्टर की परीक्षाएं 18 अप्रैल से शुरु हुई हैं। इधर, सोमवार को ही करीब नौ स्टूडेंट्स की रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई। बताया जा रहा है कि दर्जनों स्टूडेंट्स में कोविड के लक्षण भी हैं। इस बीच सोमवार को सैकड़ों स्टूडेंट्स के सैंपल लिए गए, लेकिन उनकी रिपोर्ट मंगलवार को नेगेटिव आई। इससे विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा जारी रखने के निर्णय पर अडिग रहा।परीक्षा को लेकर मंगलवार देर रात तक छात्रों और विश्वविद्यालय प्रशासन में तनातनी चलती रही। सोमवार को कोरोना के ताबड़तोड़ केस मिलने के बाद से स्टूडेंट्स लगातार परीक्षा शेड्यूल को आगे बढ़ाने की मांग करते हुए घर जाने की बात कह रहे रहे थे। इस बीच प्रशासन भी अपने निर्णय पर आमादा होकर परीक्षाएं तय शेड्यूल पर कराने पर आमादा है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने साफ करते हुए कहां कि जो स्टूडेंट्स परीक्षा देना चाहते हैं, वे छात्रावास में रह सकते हैं। जो छात्र अभी परीक्षा नहीं देना चाहते हैं, वे तत्काल छात्रावास खाली कर जा सकते हैं। वे छात्र जुलाई में होने वाली परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। जुलाई में होने वाली परीक्षा मुख्य परीक्षा मानी जाएगी, उसे रिपीट परीक्षा न माना जाए। इसी निर्णय के खिलाफ स्टूडेंट्स भड़क गए और कैंपस में ही धरने पर ही बैठ गए।



06,जून 2022 से आरम्भ होने वाली जूनियर इंजीनियर एवं अन्य परीक्षाएं अगले आदेश तक स्थगित ।

समूह 3 उपयंत्री, मानचित्रकार एवं अन्य समकक्ष पदों पर होने वाली भर्ती परीक्षा अगले आदेश तक स्थगित कर दी गयी हैंअधिक जानकारी के लिए www. peb.mp. gov.in वेबसाइट पर जायें 



Tuesday, April 19, 2022

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और इलेक्ट्रिकल व्हीकल क्षेत्र में युवाओं को दिया जाएगा प्रशिक्षण : मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भविष्य की तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग और इलेक्ट्रिकल व्हीकल के क्षेत्र में प्रदेश के युवाओं का कौशल उन्नयन आवश्यक है। साथ ही ग्रामीण स्तर पर जारी विकास और निर्माण कार्यों को देखते हुए ग्रामीण क्षेत्र में मेसन, प्लम्बर, इलेक्ट्रीशियन, सोलर पंप टेक्नीशियन आदि की आवश्यकता है। ग्रामीण युवाओं को इन क्षेत्रों में प्रशिक्षण देना जरूरी है। सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफार्मेंस (क्रिस्प) इस दिशा में गंभीरता से प्रयास करे। यह गतिविधियाँ प्रदेश में रोजगार के अवसर सृजित करने और आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में सहायक हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान सेंटर फॉर रिसर्च एंड इंडस्ट्रियल स्टाफ परफार्मेंस (क्रिस्प) की साधारण सभा की बैठक को संबोधित कर रहे थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान की अध्यक्षता में निवास कार्यालय पर हुई बैठक में खेल एवं युवा कल्याण, तकनीकी शिक्षा, कौशल विकास एवं रोजगार मंत्री श्रीमती यशोधरा राजे सिंधिया, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री श्री ओमप्रकाश सखलेचा, स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इंदर सिंह परमार, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, आरजीपीवी के कुलपति श्री सुनील गुप्ता तथा क्रिस्प के प्रबंध निदेशक डॉ. श्रीकांत पाटिल उपस्थित थे।

बैठक में बताया गया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और मशीन लर्निंग जैसी फ्यूचरिस्टिक टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में युवाओं के प्रशिक्षण के लिए माइक्रोसॉफ्ट के साथ टाईअप किया जा रहा है। साथ ही इलेक्ट्रिकल व्हीकल के क्षेत्र में प्रशिक्षण के लिए वॉल्वो कम्पनी के साथ मिलकर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस स्थापित किया जाएगा। इन क्षेत्रों में प्रदेश के रोजगार चाहने वाले छात्रों को कौशल विकास केन्द्रों से 3 से 6 माह का प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। प्रतिवर्ष 4 हजार प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण देने का लक्ष्य है।

क्रिस्प संस्था प्रदेश के ग्रामीण युवाओं को स्व-रोजगार प्रदान करने के लिए ग्रामीण उद्यमी कार्यक्रम प्रारंभ करेगी। इसमें 22 हजार 800 पंचायतों में चार-चार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण मेसन, इलेक्ट्रीशियन, वेल्डर, ऑटो सर्विस, सोलर पंप टेक्नीशियन की क्षमता विकास करने पर केंद्रित होगा। प्रदेश में 91 हजार 200 ग्रामीण उद्यमी तैयार किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कुशल मानव संसाधन तैयार करने के लिए मौजूदा प्रयोगशालाओं, उपकरणों और सुविधाओं को अपग्रेड करने की सहमति प्रदान की। साथ ही श्रम विभाग के आई.टी.आई. को मुम्बई स्थित ‘एल एण्ड टी’ की स्किल ट्रेनर्स अकादमी के स्तर के अनुरूप विकसित करने पर सहमति प्रदान की गई। साधारण सभा की बैठक में ग्वालियर, इंदौर, जबलपुर और बैतूल में सैटेलाइट सेंटर प्रारंभ करने के प्रस्ताव को भी स्वीकृति प्रदान की गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्रामीण उद्यमियों के प्रशिक्षण के लिए सैटेलाइट सेंटर उपयोगी हैं। प्रारंभिक रूप से दो जिलों में मॉडल केन्द्र के रूप में सैटेलाइट सेंटर विकसित किए जाएँ। इसके बाद गतिविधि का विस्तार किया जाए।

बैठक में जानकारी दी गई कि क्रिस्प संस्था सतत विकास लक्ष्य में गुणवत्ता शिक्षा, आर्थिक विकास तथा आत्म-निर्भर मध्यप्रदेश के निर्माण में लोकल फॉर वोकल और स्किल इंडिया मिशन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए कैपेसिटी बिल्डिंग, आजीविका, कौशल विकास और उद्यमिता विकास तथा रोजगार सृजन के क्षेत्र में कार्य कर रही है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में स्कूली विद्यार्थियों को वोकेशनल ट्रेनिंग उपलब्ध कराने संबंधी गतिविधियों की जानकारी भी दी गई।

Monday, April 18, 2022

बढ़ते कोरोना केसेस से चीन की हालत पतली,शंघाई में शुक्रवार को कोरोना के रिकॉर्ड 23,513 नए मामले दर्ज, महीने भर से लॉक डाउन जारी

दुनिया भर में कोरोना फ़ैलाने के जिम्मेदार माने जा रहे चीन पर इस समय कोरोना ने हाहाकार मचा रखा है। चीन की सबसे प्रमुख इन्डस्ट्रीअल सिटी शंघाई में कोरोना ने चारों तरफ कोहराम मचा दिया है, शुक्रवार को शंघाई में कोरोना के रिकॉर्ड 23,513 नए मामले दर्ज किए गए इनमें 19,923 मरीज़ असिम्पटोमैटिक थे और सबसे बड़ी बात यह कि इतने अधिक केस तब आ रहे हैं जबकि शंघाई में पिछले एक  महीने से लॉकडाउन लगा हुआ है। कोरोना की बेकाबू रफ्तार को देखते हुए दूसरे शहरों ने भी एहतियाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। शिआन शहर के अधिकारियों ने लोगों से बेवजह घर बाहर नहीं निकलने और गैरजरूरी यात्राओं से बचने की अपील की है। इस महीने कोरोना ब्लास्ट होने के बाद कई कंपनियों ने अपने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम दे दिया है।दूसरी तरफ सेंट्रल चीन के मैन्युफैक्चरिंग एरिया झेंगझोऊ एयरपोर्ट इकोनॉमिक जोन में शुक्रवार को 14 दिन का लॉकडाउन लगा दिया गया।चीन की  सरकार लॉकडाउन के जरिए कोरोना को बेहतर तरीके से काबू करना चाहती है।जीरो कोविड पॉलिसी के तहत चीन में कड़े कोरोना प्रोटोकाल लागू किए गए हैं। यहां मरीज को अस्पताल में भर्ती होना जरूरी होता है। चीन में होम आइसोलेशन या क्वारैंटाइन की मनाही है। ग्लोबल टाइम्स के मुताबिक शंघाई से 70 किलोमीटर दूर वायरस का नया वैरिएंट मिला है। यह वैरिएंट ओमिक्रॉन के BA.1.1 वैरिएंट से विकसित हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि नया वैरिएंट चीन में फैले कोरोनो वायरस से मेल नहीं खाता। 

लॉक डाउन डाउन करेगा चीन की इकोनॉमिक ग्रोथ 
शंघाई चीन के साथ दुनिया के अन्य देशों के आर्थिक कारोबार के लिए भी काफी महत्व रखता है। ऐसे में एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि लॉकडाउन की वजह से देश की आर्थिक रफ्तार पर असर पड़ेगा। चीन के इलेक्ट्रिक कार मार्कर एक्सपेंग ने कहा कि अगर शंघाई और आसपास के इलाकों में सप्लायर्स फिर से काम शुरू नहीं कर सकते हैं तो वाहन निर्माताओं को अगले महीने प्रोडक्शन रोकना पड़ेगा।

शंघाई में सबसे अधिक बुजुर्ग आबादी प्रभावित -
शंघाई में लाखों लोग भोजन की कमी, अपने पड़ोसियों को पृथकवास तक पहुंचाने में देरी और रोजमर्रा की परेशानियों से जूझ रहे हैं, इस महामारी से शंघाई में सबसे अधिक बुजुर्ग आबादी प्रभावित है. शंघाई चीन के उन शहरों में से एक हैं जहां बुजुर्गों की आबादी सबसे ज्यादा है. अनिश्चितकालीन लॉकडाउन के दौरान इस समूह पर ज्यादा प्रभाव इसलिए भी आया है, क्योंकि अधिकतर लोग उम्र संबंधी पुरानी बीमारियों से भी ग्रसित हैं. इसके साथ ही चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने बृहस्पतिवार को अपने हैनान प्रांत के दौरे में कहा, ‘‘यह देखते हुए कि वैश्विक कोविड-19 महामारी की स्थिति अभी भी गंभीर है, हमें अपनी प्रतिक्रिया में कभी भी ढील नहीं देनी चाहिए, क्योंकि जीत दृढ़ता से आती है.’’

फ़ोटो सोर्स : इन्टरनेट 





Friday, April 15, 2022

देश में कोरोना की चौथी लहर आने की संभावना बढ़ी....

कोरोना को लेकर एक बार फिर से हालात बिगड़ते दिख रहे हैं और अगर यही कंडीशन रही तो देश में चौथी लहर की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। वैसे भी हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है कि दिल्‍ली, गुड़गांव, नोएडा, हरियाणा, उत्‍तर प्रदेश, महाराष्‍ट्र और गुजरात में नए केस कई गुणा बढ़ गए हैं।ऐसे में बाकी राज्‍यों में भी जल्‍द ही कोरोना के पॉजिटिव केस बढ़ सकते हैंस्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों पर नजर डालें तो कोरोना के 1007 नए मामले बीते 24 घंटे में सामने आए हैं जबकि 23 कोरोना संक्रमितों की अस्‍पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई और चौथी लहर की संभावना इस बात से भी बढ़ती दिख रही क्योंकि Covid 19 के नए-नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं, जिनमें  Covid 19 XE Variant प्रमुख है, इस XE Variant  को 10 से 70 गुणा तक संक्रामक बताया जा रहा है और इसीलिए कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन XE वैरिएंट को लेकर डॉक्टर्स ने सख्‍त चेतावनी दी है। पिछले तीन महीने में पहली बार कई राज्यों में एक साथ कोरोना के नए मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि राहत की बात यह है कि महाराष्ट्र और गुजरात में XE वैरिएंट के नए मामले सामने आने के बाद नया कोई केस सामने नहीं आया है। पिछले 2 दिनों में भारत में XE वैरिएंट के नए केस नहीं मिले हैं।हालांकि, तमाम सुरक्षा एहतियात और पाबंदियां हटाए जाने के बाद भी एक्‍सपर्ट और केंद्र सरकार पूरे मामले पर पैनी नजर रख रही है।लिहाजा देशभर के अस्‍पतालों में कोरोना की चौथी लहर से निपटने का इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं।दुनिया भर के कई देशों के साथ-साथ भारत में भी COVID-19 के मामले तेजी से बढ़ने के साथ ही लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं। 

(सोर्स: इंटरनेट)

लगातार बढ़ते मामलों पर एक्सपर्ट आम लोगों की बेफिक्री और कोरोना के नए-नए वैरिएंट को जिम्‍मेवार ठहरा रहे हैं। वैसे भी IIT कानपुर  के शोधकर्ताओं के मुताबिक देश में कोरोना के चौथी लहर (Covid 4th Wave) जून महीने तक आ सकती है। इस अनुमान के बाद लोगों की चिंता बढ़ गयी है। भले ही देश में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट की वजह से फैली तीसरी लहर का प्रभाव धीरे-धीरे खत्म हो गया हो लेकिन IIT कानपुर के इस नए अनुमान से चौथी लहर की आशंका बढ़ गयी है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) के गणित और सांख्यिकीय विभाग द्वारा यह शोध किया गया है जिसमें यह कहा गया है कि अगर ऐसे ही आंकड़े बने रहे तो देश में कोरोना की चौथी लहर जून तक आ सकती है। आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों द्वारा किये गए इस अध्ययन में कहा गया है कि भारत में कोरोना की चौथी लहर जून महीने तक आ सकती है। आइआइटी के गणित और सांख्यिकीय विभाग के शोधकर्ताओं ने गासियन वितरण प्रणाली के आधार पर यह अध्ययन किया है। आईआईटी के वैज्ञानिक प्रो. शलभ और एसोसिएट प्रोफेसर शुभ्रा शंकर के निर्देशन में आईआईटी के शोधार्थी सबरा प्रसाद राजेश भाई कोरोना के अब तक के डेटा के आधार पर यह अध्ययन किया है। इस डेटा को निकालने के लिए बूट स्ट्रेप प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है।आईआईटी कानपुर द्वारा किये गए इस शोध को अवर वर्ल्ड इन डाटा नाम की वेबसाइट से लिए गए डेटा के आधार पर किया है। भारत में कोरोना के अभी तक के आंकड़े के मुताबिक यह कहा गया है कि भारत में कोरोना की चौथी लहर 22 जून से शुरू हो सकती है। देश में चौथी लहर का पीक 23 अगस्त 2022 के बीच होगा और 22 अक्टूबर तक यह लहर खत्म हो सकती है। 



अल्पना की कलम से.... 



Tuesday, April 12, 2022

MPPSC ने राज्य इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा के 446 पदों के लिए आवेदन मंगायें, 15 अप्रैल 2022 लास्ट डेट

MPPSC ने एक बार फिर से इंजीनियरिंग ग्रेजुएट्स के लिए ख़ुशख़बरी सुनाई हैंMPPSC ने राज्य इंजीनियरिंग सेवा परीक्षा के 446 पदों पर भर्ती के लिए योग्य कैंडिडेट्स से आवेदन मांगे हैं। इसके लिए इच्छुक कैंडिडेट्स 15 अप्रैल 2022 तक अपने आवेदन भेज सकते हैं।

शैक्षणिक योग्यता: मान्यता प्राप्त संस्थान से बीई/ बी-टेक की डिग्री।  

आयु सीमा: सामान्य वर्ग के कैंडिडेट्स की आयु 21 से 40 साल के बीच होनी चाहिए।आरक्षित वर्ग के कैंडिडेट्स को सरकारी नियमानुसार आयु सीमा में छूट दी जाएगी।

आवेदन शुल्क: सामान्य वर्ग के कैंडिडेट्स को शुल्क के रूप में 1200 रुपए देना होगा। जबकि आरक्षित वर्ग के कैंडिडेट्स को आवेदन शुल्क में छूट दी जाएगी।

वेतनमान: चयनित कैंडिडेट्स को 15600-39100 रुपए प्रति माह वेतन दिया जाएगा।

चयन प्रक्रिया: चयन प्रारंभिक लिखित परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा।

अधिक जानकारी MPPSC की वेबसाइट  https://mppsc.mp.gov.in पर जाकर प्राप्त की जा सकती है l


 


Friday, April 8, 2022

नहीं बढ़ेगी आपकी EMI, आरबीआई (RBI) ने रेपो रेट में नहीं किया कोई बदलाव नहीं

आरबीआई (RBI) ने FY23 की पहली बैठक में रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है रेपो रेट को 4% पर जस का तस रखा है इससे सबसे बड़ा फायदा कंज्यूमर यानी आम आदमी को होगा, आम आदमी की EMI पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा।लेकिन इसके साथ ही  वहीं RBI ने FY23 के लिए GDP ग्रोथ अनुमान 7.8% से घटाकर 7.2% कर दिया है और महंगाई दर का अनुमान 4.5% से बढ़ाकर 5.7% कर दिया है। RBI गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि सभी सदस्यों की सहमति से ब्याज दरों में बदलाव नहीं करने का फैसला लिया गया है। उन्होंने ये भी कहा कि बाजार से लिक्विडिटी धीरे-धीरे बाहर निकाली जाएगी। RBI गवर्नर ने कहा, सप्लाई चेन को लेकर ग्लोबल मार्केट दबाव में है। RBI हर दो महीने पर पॉलिसी रिव्यू मीटिंग करता है। FY23 की यह पहली रिव्यू मीटिंग है जो 6 अप्रैल को शुरू हुई थी। इससे पहले RBI की बैठक फरवरी में हुई थी।लास्ट टाइम 22 मई 2020 को रेपो रेट में बदलाव हुआ है। तब से रेपो रेट 4% के ऐतिहासिक लो लेवल पर बना हुआ है। रेपो रेट वह रेट होता है जिस पर RBI से बैंकों को कर्ज मिलता है, जबकि रिवर्स रेपो रेट वह दर होती है जिस दर पर बैंकों को RBI के पास अपना पैसा रखने पर ब्याज मिलता है। 

GDP ग्रोथ  को लेकर RBI के अनुमान

  • FY23 GDP ग्रोथ अनुमान 7.8% से घटाकर 7.2%
  • FY23 के Q2 में GDP ग्रोथ अनुमान 7% से घटाकर 6.2%
  • FY23 के Q3 में GDP ग्रोथ अनुमान 4.3% से घटाकर 4.1%
  • FY23 के Q4 में GDP ग्रोथ अनुमान 4.5% से घटाकर 4%
  • GDP ग्रोथ अनुमान कच्चे तेल के 100 डॉलर प्रति बैरल पर आधारित


Thursday, April 7, 2022

आखिर क्यों आर्थिक संकट से जूझ रहा श्रीलंका , भारत ने फिर दूसरी बार श्रीलंका को भेजी मदद

ऐसा क्या हुआ इस देश की स्थिति इतनी ख़राब हो गयी

    श्रीलंका के हालात देखकर यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आखिर अचानक ऐसा क्या हुआ जो यह देश इस स्थिति में पहुंच गया? इसके कारणों की जुड़ में बीते कुछ सालों के दौरान किए गए फैसले, टैक्स व्यवस्था में किए गए बदलाव और कोरोना महामारी की मार के मिलेजुले असर की मार है. श्रीलंका सरकार ने नवंबर 2019 के आखिर में वैल्यू एडड टैक्स यानी वैट की दरों को 15 प्रतिशत से घटाकर 8 फीसद करने का फैसला किया. जाहिर है इसका असर राजकोषीय आमदनी पर हुआ. इस फैसले को लेते वक्त अपनी करीब 13% आमदनी के लिए पर्यटन पर निर्भर श्रीलंका ने सोचा भी नहीं था कि चंद महीनों में पूरी दुनिया कोरोना की चपेट में होगी. ऐसे में सबसे ज्यादा प्रभावित पर्यटन क्षेत्र ही हुआ और इसने श्रीलंका के खजाने को बड़ा झटका दिया.

    

    जानकारों का मानना है कि श्रीलंका का बेहद सख्त कोविड पाबंदियां लगाना भी उसके लिए मुसीबत बना क्योंकि इनके चलते भारत से जाने वाले पर्यटकों की संख्या में बड़ी कमी आई. आलम यह था कि साल 2018 में श्रीलंका की आमदनी जहां रिकार्ड 47 करोड़ डॉलर थी वहीं दिसंबर 2020 में घटकर महज 5 लाख डॉलर तक गिर गई. श्रीलंका के खजाने को बड़ा झटका कोविड19 काल में विदेशों में काम करने वाले अपने नागरिकों से भेजे जाने वाली रेमिटेंस मनी में कटौती से भी मिला. कोरोना काल में खाड़ी देशों के इलाकों में काम करने वाले श्रीलंकाई नागरिकों की नौकरियां गईं और उन्हें मुल्क लौटना पड़ा. ऐसे में जहां अर्थव्यस्था पर आय की कमी का बोझ आया वहीं बड़े पैमाने पर लौटे नागरिकों की चुनौती से भी जूझना पड़ा.


इस बार भारत ने श्रीलंका को 40 हजार मीट्रिक टन की मदद की है.


    श्रीलंका की डूबती अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए भारत ने 1 बिलियन अमरीकी डॉलर का कर्ज देने का भी ऐलान किया है। इस बीच गोटबाया सरकार को लगातार जनता का विरोध झेलना पड़ रहा है। बुधवार को श्रीलंका में यूनिवर्सिटी के प्रोफेसरों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया।

    गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे श्रीलंका को भारत लगातार मदद पहुंचा रहा है। भारत ने क्रेडिट लाइन के तहत दूसरी बार श्रीलंका को फ्यूल क्राइसिस से निपटने के लिए डीजल और पेट्रोल सप्लाई किया है। मंगलवार और बुधवार को भारत से 36 हजार मीट्रिक टन पेट्रोल और 40 हजार मीट्रिक टन डीजल श्रीलंका पहुंचा। भारत अब तक 2.70 लाख मीट्रिक टन से अधिक फ्यूल श्रीलंका भेज चुका है।



एक और उम्मीद राहत की , 88 लाख बिजली बिल उपभोक्ताओं को मिलेगी राहत आज 7 अप्रैल को सीएम करेंगे शुभारंभ.......

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह आज 7 अप्रैल को कटनी जिले के स्लीमनाबाद में मुख्यमंत्री विद्युत बिलों में राहत योजना-2022 का शुभारंभ कर हितग्राहियों को प्रमाण-पत्र वितरित करेंगे. योजना में प्रदेश के 88 लाख बिजली उपभोक्ताओं को 6414 करोड़ 32 लाख रूपये की राहत राज्य सरकार द्वारा दी जायेगी. प्रदेश में कोरोना महामारी के दौरान निम्न आय वर्ग वाले (जिसका अप्रैल 2020 में बिजली बिल 400 या इससे कम आता था) घरेलू उपभोक्ताओं का मई, जून व जुलाई महीने का बिजली बिल को होल्ड किया गया था। इस होल्ड हुए बिल की बकाया राशि के निराकरण के लिए "मुख्यमंत्री विद्युत बिलों में राहत योजना-2022” लागू की है।



सीएम शिवराज सिंह चौहान स्लीमनाबाद में करेंगे शुभारंभ

सीएम शिवराज सिंह चौहान आज दोपहर स्लीमनाबाद (कटनी) में इस योजना का शुभारंभ कर रहे हैं। इसका सीधा प्रसारण आकाशवाणी, दूरदर्शन और क्षेत्रीय चैनल के साथ सोशल मीडिया के विभिन्न माध्यमों से होगा।
लाभ पाने वाले को जनप्रतिनिधि प्रमाण-पत्र देंगे। जहां आज शिविर नहीं लग पाया है, वहां 8 अप्रैल काे शिविर लगेगा।

मुख्यमंत्री जबलपुर से होकर जाएंगे कटनी सीएम

"मुख्यमंत्री विद्युत बिलों में राहत योजना-2022’ के शुभारंभ करने कटनी जा रहे सीएम अल्प प्रवास पर जबलपुर के डुमना एयरपोर्ट पर आएंगे। आज दोपहर 12.20 बजे भोपाल से वायुयान द्वारा जबलपुर के डुमना विमानतल पहुंचेंगे। लगभग पांच मिनट रुकने के बाद दोपहर 12.25 बजे हेलीकॉप्टर द्वारा कटनी जिले के झिंझरी स्थित हेलीपेड रवाना होंगे। कटनी और स्लीमनाबाद के कार्यक्रमों में शामिल होकर शाम 4.50 बजे स्लीमनाबाद से हेलीकॉप्टर द्वारा डुमना आएंगे। 5 मिनट बाद वे भोपाल के लिए रवाना हो जाएंगे। ऐसे उपभोक्ताओं को बिजली वितरण कंपनी को निर्धारित प्रारूप में आवेदन करना होगा। बिजली वितरण कंपनी पूरा अधिभार और मूल बिल का 50 प्रतिशत वहन करेगी और शेष 50 प्रतिशत मूल बिल सरकार वहन करेगी। इसके एवज में वितरण कंपनियों को सब्सिडी दी जाएगी। कंपनी उपभोक्ताओं को बिल माफी प्रमाणपत्र जारी करेगी। वहीं जिन उपभोक्ताओं के बिजली कनेक्शन स्थायी रूप से काट दिए गए हैं। कनेक्शन दोबारा जोड़ने के लिए उन्हें कुछ औपचारिकताएं पूरी करनी होंगी।

(साभार: अल्पना की कलम से)

Wednesday, April 6, 2022

कंपनी हो तो ऐसी, महँगाई से निपटने के लिए दे रही सभी एम्पलॉईस को 74000 रुपए l

जहाँ एक तरफ बढ़ती महगाँई ने लोगों की नाक में दम कर रखा है वहीं एक ब्रिटिश कंपनी ने हाल ही में प्रत्येक कर्मचारी को ईंधन और बिजली जैसी आवश्यक वस्तुओं की बढ़ती लागत से निपटने में मदद करने के लिए £750 (74,091 रुपये) दिए।एमरीज़ टिम्बर और बिल्डर्स मर्चेंट्स के 60 से अधिक कर्मचारियों को राशि का भुगतान किया जा रहा है। LADbible ने बताया कि इसके लिए कंपनी के प्रबंध निदेशक ने अपनी जेब लगभग 45,000 पाउंड (44.46 लाख रुपये) का भुगतान किया । कंपनी ने अपने ट्वीट में बताया कि "ईंधन/पेट्रोल और बिजली/गैस की बढ़ती लागत के कारण, हमने एमरी के प्रत्येक कर्मचारी को £750 (74,091 रुपये) का भुगतान करने का निर्णय लिया है। हमें उम्मीद है कि यह एक अस्थिर वित्तीय समय के दौरान हमारी टीम की मदद करने के लिए एक लंबा रास्ता तय करेगा। एक परिवार की तरह, एमरी मुश्किल समय में एक-दूसरे का ख्याल रखती हैं!" द सन को कंपनी के प्रबंध निदेशक और तीन बच्चों के पिता जेम्स हिपकिंस ने कहा, "हर किसी के संघर्ष के साथ हमने सोचा कि हम उस अच्छे भाग्य में से कुछ को कर्मचारियों के साथ साझा करना चाहते हैं। वे इसकी उम्मीद नहीं कर रहे थे और वे बहुत खुश थे।"


बीजेपी मना रही है आज अपना 42वां स्थापना दिवस

    BJP यानि कि  भारतीय जनता पार्टी आज अपना 42वां स्‍थापना दिवस मना रही है।आज से 42 साल पहले  6 अप्रैल, 1980 को भारतीय जनता पार्टी का जन्म हुआ था, भारत के सबसे लोकप्रिय प्रधानमंत्रियों में से एक प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की देख रेख में बीजेपी का निर्माण हुआ। वाजपेयी और पूर्व उप-प्रधानमंत्री लालकृष्‍ण आडवाणी ने मिलकर पार्टी को 1984 में दो सीट से 1998 में 182 सीटों तक ला खड़ा किया था।उसके बाद श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में 2014 में बीजेपी ने 282 सीटें जीतीं तो 2019 में उसकी सीटों का आंकड़ा 300 के पार चला गया।बीजेपी के पहले अध्‍यक्ष अटल बिहारी वाजपेयी थे। एक वक्‍त बीजेपी गांधी के आदर्शों पर चलने की बात करते हुए राजनीति करती थी। 1984 के लोकसभा चुनाव में केवल दो सीटें जीतने के बाद, पार्टी हिंदुत्‍व की तरफ आकर्षित हुई। राम जन्‍मभूमि को एजेंडा बनाकर वाजपेयी और आडवाणी की जोड़ी ने बीजेपी को मुख्‍यधारा की राजनीति में ला दिया।


    1989 में बीजेपी ने 85 लोकसभा सीटें जीतीं, फिर 1991 में 120 सीटों पर कब्‍जा जमा लिया। वाजपेयी के नेतृत्‍व में बीजेपी ने देश को पहली स्‍थायी गठबंधन की सरकार दी। 2004 में बीजेपी के चुनाव हारने के बाद पार्टी में अगले दौर के नेताओं की खोज शुरू हो गई। लालकृष्ण आडवाणी के अनुसार, 'दिल्ली के फिरोजशाह कोटला मैदान में 5-6 अप्रैल, 1980 के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन में 3, 500 से अधिक प्रतिनिधि एकत्र हुए और 6 अप्रैल को एक नए राजनीतिक दल दल भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गठन की घोषणा की गई। अटल बिहारी वाजपेयी को इसका पहला अध्यक्ष चुना गया। मुझे सिकंदर बख्त और सूरजभान के साथ महासचिव की जिम्मेदारी दी गई। यह कयास लगाए जाने लगे कि क्या नई पार्टी जनसंघ को पुनरुज्जीवित करेगी? अटल जी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में स्पष्ट रूप से इस कयास को नकार दिया। उन्होंने कहा, नहीं हम वापस नहीं जाएंगे।'

    आडवाणी ने अपनी आत्‍मकथा 'मेरा देश, मेरा जीवन' (प्रभात प्रकाशन) में बीजेपी के अस्तित्‍व में आने पर एक पूरा चैप्‍टर लिखा है।अपनी किताब में आडवाणी लिखते हैं, "एक विषय जिसने पूरे राजनीतिक जीवन में मुझे चकित किया है, वह है भारतीय मतदाता चुनावों में अपनी पसंद का निर्धारण कैसे करते हैं ? कई बार उनके रुझान का अनुमान लगाया जा सकता है, लेकिन ज्यादातर नहीं। भारतीय मतदाताओं के विशाल विविधता के चलते सामान्यत: चुनाव के परिणामों का पूर्वानुमान लगाना असंभव होता है। हालांकि कई बार ऐसा भी होता है कि मतदाताओं का सामूहिक व्यवहार किसी एक भावना संचालित होता दिखता है और इससे उनकी पसंद का अनुमान लगाया जा सकता है। औपचारिक प्रशिक्षण प्राप्त न करने के बावजूद एक अनुभवी राजनीतिक कार्यकर्ता अक्सर यह भविष्यवाणी कर सकता है कि चुनावी हवा किस ओर बह रही है।"पूर्व डेप्‍युटी पीएम ने अपनी आत्‍मकक्षा में आगे लिखा है, "जनता पार्टी की भारी पराजय ने मुझे मतदाताओं के व्यवहार के एक अन्य पहलू के बारे में भी परिचित करवाया। जब मतदाता एक पथभ्रष्ट राजनीतिक दल को सबक सिखाना चाहते हैं तो अक्सर उस दल के विरुद्ध आक्रोश के कारण। 1980 में हमने यह भी सीखा कि गहरा भोहभंग भी हमें उस पार्टी को सजा देने के लिए उकसा सकता है, जो सकी आशाओं पर खरा नहीं उतरती।

    आडवाणी उन परिस्थितियों के बारे में बताते हैं जिनसे बीजेपी का जन्‍म हुआ। वे लिखते हैं, "जनता पार्टी के भीतर संघ विरोधी अभियान ने 1980 के लोकसभा चुनावों में कार्यकर्ताओं के उत्साह को ठंडा कर दिया था। इससे स्पष्ट रूप से कांग्रेस को लाभ हुआ और चुनावों में इसने जनता पार्टी के प्रदर्शन को गिराने का प्रयास किया। 4 अप्रैल को जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की एक अहम बैठक नई दिल्ली में निश्चित की गई, जिसमें दोहरी सदस्यता के बारे में आखिरी फैसला लिया जाना था। मोरारजी देसाई और कुछ अन्य सदस्यों ने हमें पारस्परिक समझौते की स्वीकार्यता के आधार पर जनता पार्टी में बनाए रखने का अंतिम प्रयास किया। परंतु भविष्य लिखा जा चुका था। जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने समझौते फॉर्मूले को 14 की तुलना में 17 वोटों से अस्वीकार कर दिया और प्रस्ताव पारित किया गया कि पूर्व जनसंघ के सदस्यों को निष्काषित कर दिया जाए।" बीजेपी मूल रूप से दक्षिणपंथी है। अयोध्‍या में राम मंदिर और जम्‍मू कश्‍मीर के विशेष दर्ज को खत्‍म करने का वादा पार्टी पूरा कर चुकी है। राष्‍ट्रीय नागरिक रजिस्‍टर, नागरिकता संशोधन अधिनियम जैसे मुद्दों पर काम जारी है। इसके अलावा यूनिफॉर्म सिविल कोड की बात भी बीजेपी करती आई है। पार्टी का मुखपत्र 'कमल संदेश' है जो एक पाक्षिक पत्रिका है। हिंदू राष्ट्रवाद को लेकर आगे बढ़ने वाली बीजेपी का चुनाव चिन्‍ह 'कमल' है।

2009 के लोकसभा चुनाव में भी जब बीजेपी वापसी नहीं कर सकी तो तब गुजरात के मुख्‍यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी को जिम्‍मा सौंपा गया। 2014 का लोकसभा चुनाव बीजेपी ने मोदी के चेहरे को आगे कर लड़ा।उन चुनावों में बीजेपी ने तबतक का सर्वश्रेष्‍ठ प्रदर्शन किया और पहली बार अपने दम पर सरकार बनाने की स्थिति में आ गई। पार्टी को 282 सीटें हासिल हुई थीं। अगले लोकसभा चुनावों ने बीजेपी की टैली को और मजबूत होते हुए ही देखा। 2019 में बीजेपी ने 303 सीटें जीतीं और मोदी फिर प्रधानमंत्री बने।अमित शाह जब भाजपा अध्‍यक्ष थे तो उन्‍होंने बीजेपी को दुनिया की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी बनाने के लिए अभियान शुरू किया। आज वह 18 करोड़ सदस्‍य होने का दावा करती है।


 



Tuesday, April 5, 2022

ऑफ़ लाइन मोड में ही होंगें, इस बार RGPV के एग्जाम ।

RGPV इस बार सारे एग्जाम ऑफ लाइन मोड में ही कराएगा RGPV ने सभी सम्बद्ध कॉलेज को एक लेटर ज़ारी किया है जिसके अनुसार जून 2022 में होने एग्जाम ऑफ लाइन मोड में कराये जाने का decision लिया गया है, इनमें प्रैक्टिकल एग्जाम भी शामिल हैंप्रैक्टिकल एग्जाम 04 मई 2022 से और थ्योरी एग्जाम 11 मई 2022 से स्टार्ट होंगें




 

बनारस रेल इंजन कारखाना में 370 से ज्यादा अप्रेंटिस पोस्ट, 10वीं पास योग्यता, न कोई लिखित एग्जाम, न इंटरव्यू, बस मेरिट की बेसिस पर होगा सलेक्शन


बनारस रेल इंजन कारखाना यानी बीएलडब्ल्यू ने 374 सीटों पर अप्रेंटिस के लिए नॉन आईटीआई और आईटीआई सर्टिफिकेट हासिल कर चुके कैंडिडेट से एप्लीकेशन मांगे हैं।इसके लिए क्वालिफिकेशन 10th पास रखी गयी है बीएलडब्ल्यू ने 45वें बैच एक्ट अप्रेंटिस 2021 के तहत अधिसूचना जारी की है। इसके तहत विभिन्न ट्रेड्स के लिए एप्लीकेशन प्रोसेस शुरू हो चुकी है। ऑनलाइन अप्लाई करने की आखिरी तारीख 26 अप्रैल है।बता दें कि आईटीआई पदों के लिए कम से कम 50 फीसदी अंकों के साथ 10वीं पास एवं संबंधित ट्रेड में आईटीआई सर्टिफिकेट होना चाहिए। वहीं, नॉन आईटीआई पदों के लिए कम से कम 50 फीसदी अंकों के साथ 10वीं पास होना काफी है।

ऐज लिमिट एंड एग्जाम फ़ीस 

टेक्निकल और नॉन टेक्निकल पोस्ट के लिए कैंडिडेट की अधिकतम आयु 22/24 वर्ष निर्धारित की गई है। एससी व एसटी कैंडिडेट को अधिकतम आयु में 5 वर्ष और ओबीसी को 3 वर्ष की छूट दी जाएगी। जहां तक एप्लीकेशन फीस की बात है तो जनरल, ओबीसी व ईडब्ल्यूएस को 100 रुपये और एससी, एसटी व दिव्यांग किसी तरह का शुल्क नहीं देना होगा।

 सलेक्शन के लिए बनेगी मेरिट लिस्ट 

अप्रेंटिस के इन पदों के लिए कोई लिखित परीक्षा नहीं होगी। सलेक्शन 10वीं कक्षा में मिले मार्क्स के आधार पर बनाई गई मेरिट से होगा। नॉन आईटीआई चयन में हालांकि आईटीआई पास कैंडिडेट को लिया जाएगा लेकिन उन्हें आईटीआई के प्राप्तांक का कोई वेटेज नहीं दिया मिलेगा। केवल उनके पास अधिसूचित ट्रेड का प्रमाण पत्र / मार्कशीट होना जरूरी है।



टाटान्यू (TataNeu) बनाएगा लोगों की लाइफ और इजी, कंपनी 7 अप्रैल 2022 को लांच कर रही है अपना पहला सुपर ऐप

सुपर ऐप, यानी एक ऐसा प्लेटफॉर्म है, जिस पर सभी जरूरत की वस्तुएं और सेवाएं मिलती हैं।इस कड़ी में 7,  अप्रैल 2022, को टाटा ग्रुप अपना नया सुपर ऐप लॉंच करेगा जिसका नाम है, न्यू (Neu)। कंपनी ने बताया कि 7 अप्रैल से इस ऐप को गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर पाएंगे। टाटा ग्रुप का मुख्य उद्देश्य कंपनी के डिजिटल विंग को पूरी तरह बढ़ाना है। जिससे मार्केट में पहले से मौजूद कंपनियां जैसे अमेजन, फ्लिपकार्ट और रिलायंस ग्रुप के जियोमार्ट को कड़ी टक्कर दी जा सके। टाटा के न्यू ऐप से एयरलाइन्स, होटल्स, दवाओं और किराने का सामान एक प्लेटफॉर्म पर मिलने का दावा किया जा रहा है। टाटान्यू (TataNeu) ऐप के इंटरफेस की फोटो भी सामने आ चुकी है। डार्क थीम के साथ इस ऐप में कई मल्टीपल यूजेस वाले कई अलग-अलग आइकॉन नजर आ रहे हैं। ऐप से कार की बुकिंग भी कर पाएंगे।ब्लैकबेरी फाउंडर माइक लैजारिडिस ने 2010 में सुपर ऐप शब्द दिया था। चीन में एक ऐसा ही ऐप है वीचैट (WeChat)। शुरुआत तो इसकी मैसेजिंग ऐप के तौर पर हुई थी। इसके बाद इस पर पेमेंट्स, शॉपिंग, फूड ऑर्डरिंग, कैब सर्विसेस भी मिलने लगी और इस तरह यह एक सुपर ऐप बन गया। आप सुपर ऐप की कल्पना एक मॉल के तौर पर भी कर सकते हैं, जहां रिटेल स्पेस में आपको सभी ब्रांड्स और बिजनेस व वर्टिकल्स की दुकानें मिल जाएंगी।





Monday, April 4, 2022

नागरिकों के जीवन में खुशहाली लाकर मुझे अपना जीवन सार्थक बनाना है: मुख्यमंत्री श्री चौहान

 मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि गाँव और नगर के विकास के लिये हर नागरिक को संकल्प लेना होगा। सभी को विकास में भागीदारी करनी होगी। राष्ट्रकवि दादा माखनलाल चतुर्वेदी एक भारतीय आत्मा थे, उन्होंने इस माटी की सुगंध को पूरी दुनिया में फैलाया है। उनके जन्म-दिवस को गौरव दिवस के रूप में मना रहे हैं। ऐसा ही गौरव दिवस हर शहर एवं गाँव में मनाया जाए। गौरव दिवस की परिकल्पना है कि हम सब अपने गाँव और शहर के विकास में जुट जाएँ। यह सिर्फ सरकारी काम नहीं है। अपना सबका काम है, विकास की ओर बढ़ना है और एक नए मध्यप्रदेश को गढ़ना है।

     मुख्यमंत्री श्री चौहान माखननगर में आयोजित गौरव दिवस कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि  हमारा गाँव, अपना शहर कैसे विकसित बने, इसकी कल्पना मिलकर करें। प्रदेश के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे।  माखननगर में सफाई अभियान चलाया है। इसके लिए जिला प्रशासन, जन-प्रतिनिधि एवं क्षेत्र के नागरिकों को बधाई। इंदौर में जनता स्वच्छता अभियान से जुड गई, इसलिए इंदौर स्वच्छता में देश में नंबर वन बन गया है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि हम सबको मिलकर जल-संरक्षण, स्वच्छता और बिजली बचाने के अभियान में भी कार्य करना है। 


             मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश का तेजी से विकास हुआ है। बीमारू राज्य से विकसित राज्य बन गया है। उन्होंने कहा कि गेहूँ खरीदी शुरू हो गई है। प्रदेश और नर्मदापुरम का गेहूँ विदेश में निर्यात होगा।  गेहूँ एक्सपोर्ट होगा तो किसानों को और अधिक दाम मिलेंगे। हमारे प्रदेश के गेहूँ को गोल्डन ग्रेन, एमपी बीट के नाम से भी जाना जाता है।

       मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि गेहूँ की फसल कट गई है। गो-माता की रक्षा के लिए गोशाला खोलो। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने उपस्थित नागरिकों से अपील की कि फसल कटाई के बाद नरवाई न जलाएँ क्योंकि इसके धुएँ से प्रदूषण फैलता है।  नरवाई से भूसा बनाया जाए, जिससे गो-माता की रक्षा हो सके। उन्होंने कहा कि स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर में बहुत कार्य हुआ है। वहाँ कचरे से खाद और सीएनजी बनाई जा रही है। नर्मदापुरम में भी यह कार्य होना चाहिए। स्वच्छता से बीमारी से भी बचाव होता है। गाँव-गाँव तय करें कि स्वच्छता में आगे रहें।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में  सीएम राइज स्कूल खुल रहे हैं, इसमें लाइब्रेरी होगी, स्मार्ट क्लास होंगी। इन स्कूलों में गरीब बच्चे की पढ़ाई भी बेहतर हो सकेगी। उन्होंने कहा कि हम मध्यप्रदेश में नया इतिहास रच रहे हैं। मेडिकल की पढ़ाई अब हिन्दी में होगी। अपने देश में अपनी भाषा में पढ़ा रहे हैं। अंग्रेजी सीखना बुरा नहीं है। निज भाषा की उन्नति होना चाहिए। 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि 21 अप्रैल से मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना फिर से शुरू हो रही है। योजना में राशि 51 हजार से बढ़ाकर अब 55 हजार रूपये कर दी गई है। इसमें गड़बड़ी नहीं हो इसके लिए समिति बनाई जाएगी। जिला स्तरीय समिति तय करेगी कि अच्छा सामान बेटी को मिले।  उन्होंने कहा कि 2 मई को लाड़ली लक्ष्मी दिवस मनेगा।  साथ ही तीर्थ-दर्शन यात्रा 19 अप्रैल से शुरू हो रही है।  गरीब और मेधावी बच्चों की मेडिकल कॉलेज की फीस सरकार देगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कुपोषण दूर करना है। आँगनवाड़ी में गरीब बच्चे आते हैं, उन्हें वहाँ अच्छा खाना मिलेगा तो वे कुपोषित नहीं होंगे। किसान भाई आँगनवाड़ी के लिये अनाज दे सकते हैं। गाँव का मेरा बच्चा दुबला, पतला नहीं होना चाहिए।

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