Friday, April 15, 2022

देश में कोरोना की चौथी लहर आने की संभावना बढ़ी....

कोरोना को लेकर एक बार फिर से हालात बिगड़ते दिख रहे हैं और अगर यही कंडीशन रही तो देश में चौथी लहर की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। वैसे भी हेल्थ मिनिस्ट्री ने कहा है कि दिल्‍ली, गुड़गांव, नोएडा, हरियाणा, उत्‍तर प्रदेश, महाराष्‍ट्र और गुजरात में नए केस कई गुणा बढ़ गए हैं।ऐसे में बाकी राज्‍यों में भी जल्‍द ही कोरोना के पॉजिटिव केस बढ़ सकते हैंस्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों पर नजर डालें तो कोरोना के 1007 नए मामले बीते 24 घंटे में सामने आए हैं जबकि 23 कोरोना संक्रमितों की अस्‍पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई और चौथी लहर की संभावना इस बात से भी बढ़ती दिख रही क्योंकि Covid 19 के नए-नए वैरिएंट सामने आ रहे हैं, जिनमें  Covid 19 XE Variant प्रमुख है, इस XE Variant  को 10 से 70 गुणा तक संक्रामक बताया जा रहा है और इसीलिए कोरोना वायरस के ओमिक्रॉन XE वैरिएंट को लेकर डॉक्टर्स ने सख्‍त चेतावनी दी है। पिछले तीन महीने में पहली बार कई राज्यों में एक साथ कोरोना के नए मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। हालांकि राहत की बात यह है कि महाराष्ट्र और गुजरात में XE वैरिएंट के नए मामले सामने आने के बाद नया कोई केस सामने नहीं आया है। पिछले 2 दिनों में भारत में XE वैरिएंट के नए केस नहीं मिले हैं।हालांकि, तमाम सुरक्षा एहतियात और पाबंदियां हटाए जाने के बाद भी एक्‍सपर्ट और केंद्र सरकार पूरे मामले पर पैनी नजर रख रही है।लिहाजा देशभर के अस्‍पतालों में कोरोना की चौथी लहर से निपटने का इंतजाम शुरू कर दिए गए हैं।दुनिया भर के कई देशों के साथ-साथ भारत में भी COVID-19 के मामले तेजी से बढ़ने के साथ ही लोगों की चिंताएं बढ़ गई हैं। 

(सोर्स: इंटरनेट)

लगातार बढ़ते मामलों पर एक्सपर्ट आम लोगों की बेफिक्री और कोरोना के नए-नए वैरिएंट को जिम्‍मेवार ठहरा रहे हैं। वैसे भी IIT कानपुर  के शोधकर्ताओं के मुताबिक देश में कोरोना के चौथी लहर (Covid 4th Wave) जून महीने तक आ सकती है। इस अनुमान के बाद लोगों की चिंता बढ़ गयी है। भले ही देश में कोरोना के ओमिक्रोन वैरिएंट की वजह से फैली तीसरी लहर का प्रभाव धीरे-धीरे खत्म हो गया हो लेकिन IIT कानपुर के इस नए अनुमान से चौथी लहर की आशंका बढ़ गयी है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आइआइटी) के गणित और सांख्यिकीय विभाग द्वारा यह शोध किया गया है जिसमें यह कहा गया है कि अगर ऐसे ही आंकड़े बने रहे तो देश में कोरोना की चौथी लहर जून तक आ सकती है। आईआईटी कानपुर के वैज्ञानिकों द्वारा किये गए इस अध्ययन में कहा गया है कि भारत में कोरोना की चौथी लहर जून महीने तक आ सकती है। आइआइटी के गणित और सांख्यिकीय विभाग के शोधकर्ताओं ने गासियन वितरण प्रणाली के आधार पर यह अध्ययन किया है। आईआईटी के वैज्ञानिक प्रो. शलभ और एसोसिएट प्रोफेसर शुभ्रा शंकर के निर्देशन में आईआईटी के शोधार्थी सबरा प्रसाद राजेश भाई कोरोना के अब तक के डेटा के आधार पर यह अध्ययन किया है। इस डेटा को निकालने के लिए बूट स्ट्रेप प्रणाली का इस्तेमाल किया गया है।आईआईटी कानपुर द्वारा किये गए इस शोध को अवर वर्ल्ड इन डाटा नाम की वेबसाइट से लिए गए डेटा के आधार पर किया है। भारत में कोरोना के अभी तक के आंकड़े के मुताबिक यह कहा गया है कि भारत में कोरोना की चौथी लहर 22 जून से शुरू हो सकती है। देश में चौथी लहर का पीक 23 अगस्त 2022 के बीच होगा और 22 अक्टूबर तक यह लहर खत्म हो सकती है। 



अल्पना की कलम से.... 



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