Saturday, December 17, 2022

भोपाल ने फिर से पेश की मिसाल, रात एक बजे ट्रेन में ऑक्सीजन सिलेंडर पहुँचाकर बचायी यात्री की जान

दिनांक 16 दिसंबर 2022 की मध्य रात्रि को हमारे भोपाल वासियों ने कुछ ऐसा किया कि जिसे सुनकर प्रत्येक भोपाल निवासी का सीना गर्व से चौड़ा हो जायेगा। दरअसल 15-16 दिसंबर 2022 लेट नाईट लगभग 01 बजे रायपुर से दिल्ली जाने वाली ट्रेन राजधानी एक्सप्रेस में बैठे अटेंडर धीरज ने रेलवे के कमर्शियल कंट्रोल रूम को जानकारी दी कि उनके साथ एक ब्रेन हेमरेज के मरीज हैं, जिनकी उम्र लगभग 40 वर्ष है और उन्हें शिफ्ट करने के लिए दिल्ली एम्स ले जाया जा रहा है। परंतु नागपुर पहुँचने  के पहले ही उनका ऑक्सीजन लेवल अचानक से बहुत तेज़ी से नीचे गिरने लगा और मरीज की हालत गंभीर हो गई और इसी बात को ध्यान रखते हुए डॉक्टर ने सलाह दी कि उन्हें सिलेंडर की आवश्यकता है। रेलवे "उप स्टेशन प्रबंधक बड़िज्य" जावेद अंसारी जी के द्वारा एनजीओ सी पी एच डी हेल्थ केयर फाउंडेशन को संपर्क किया गया, और ऑक्सीजन सिलेंडर, फ्लो मीटर एवं मास्क की व्यवस्था करवाने का आग्रह किया। 


एनजीओ सी पी एच डी  तुरंत ही एक्टिव हो गया 

एनजीओ के मेंबर्स तुरन्त ही एक्टिव हो गए और एनजीओ से वाइस चेयरमैन अभिषेक मकवानी ने तुरंत अपनी टीम के चेयरमैन मोहम्मद वसीम रजा और फाउंडर सागर जैन के साथ मिलकर पीर गेट वाले चिरायु अस्पताल भोपाल पोहुचे और वहां से अरुण गोयनका जी एवं हरीश उदासी जी की तत्काल मदद द्वारा एक जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर टीम सीपीएचडी को उपलब्ध हुआ। टीम सीपीएचडी के द्वारा ऑक्सिजन सिलेंडर भोपाल रेलवे स्टेशन तक ले जाया गया। जब भोपाल स्टेशन पर पहुंचे तो यहां पर पैरामेडिकल स्टाफ और डॉक्टर की टीम के साथ साथ पुलिस सहयोगी दल भी मौजूद रहा। सीपीएसडी एनजीओ इस तरह से कई लोगों की मदद करती आई है, 1 अप्रैल 2022 में भी 24 दिन के बच्चे को जब ऑक्सीजन की आवश्यकता थी तब भी सी पी एच डी टीम ने आधी रात में ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध करवाया था, इस काम की प्रशंसा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी की थी। मैसेज मिलते ही लोगों के साथ भोपाल जिला प्रशासन और स्वस्थ्य विभाग के अफसर भी अलर्ट हो गए। उन्होंने अपने अधीनस्थ अमले और अस्पतालों को मदद पहुंचाने के लिए निर्देशित किया। ट्रेन भोपाल आने से पहले ही अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर कर्मचारी रेलवे स्टेशन पहुंच गए थे।


रेलवे स्टाफ ने भी दिखाई तत्परता 

रेलवे स्टाफ ने भी तत्परता दिखाई और अपनी रेस्पॉन्सिबिल्टी को निभाते हुए पेशेंट की हर संभव मदद कीरेलवे डॉक्टर की टीम पैरामेडिकल स्टाफ के साथ-साथ पुलिस सहयोगी दल भी स्टेशन पर मौजूद रहा। गाड़ी के भोपाल स्टेशन पर पहुंचने पर मरीज को ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया गया। जब ऑक्सीजन सिलेंडर मरीज के परिजनों को दिया गया तो मरीज के परिजन भावुक हो उठे और उन्होंने भोपाल को धन्यवाद कहा।आज रात भी जब ऑक्सीजन सिलेंडर मरीज के परिजनों को दिया गया तो मरीज के परिजन भावुक हो उठे और उन्होंने भोपाल को धन्यवाद कहा।

(नर्मदा प्रदेश भोपाल के ऐसे बेटों को सैल्यूट करता है।)

Monday, December 12, 2022

अब टाटा भी बेचेगा आईफ़ोन और दूसरे अन्य एप्पल प्रोडक्ट

टाटा समूह भारत में जल्द ही एप्पल के कुछ एक्सक्लूसिव स्टोर खोल सकता है ये स्टोर साइज में छोटे रहेंगें और एप्पल के एक्सक्लूसिव स्टोर होंगें।ऐसी एक रिपोर्ट द इकोनॉमिक टाइम्स ने 12 दिसंबर को पब्लिश की है इसके लिए एप्पल टाटा के स्वामित्व वाली इनफिनिटी रिटेल के साथ साझेदारी कर रहा है, जो क्रोमा स्टोर श्रृंखला चलाती है। इनफिनिटी रिटेल मॉल के साथ-साथ हाई-स्ट्रीट और आस पड़ोस के स्थानों पर 500-600 वर्ग फुट के 100 ऐसे आउटलेट खोलने के इरादे से एक ऐप्पल फ्रेंचाइजी पार्टनर बनने के लिए तैयार है।ऐसा इस रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा हैइस घटनाक्रम से वाकिफ एक रिटेल कंसल्टेंट ने ईटी को बताया, 'टाटा ने स्पेस के लिए प्रीमियम मॉल्स और हाई स्ट्रीट्स के साथ बातचीत शुरू कर दी है।' उन्होंने कहा कि पट्टे की शर्तों में उन ब्रांडों और स्टोरों का विवरण शामिल है जिन्हें आउटलेट के पास नहीं खोला जा सकता है।एपल इंडिया और इनफिनिटी रिटेल ने ईटी के सवालों का जवाब नहीं दिया। वर्तमान में भारत में 160 एप्पल प्रीमियम रिसेलर स्टोर हैं।

(सोर्स : इंटरनेट )



Saturday, December 10, 2022

भाजपा सांसद रवि किशन बोले- मेरे 4 बच्चों के लिए कांग्रेस जिम्मेदार

देश में बढ़ती जनसंख्या को लेकर बहस चल रही है। इस बीच गोरखपुर से भाजपा सांसद और एक्टर रवि किशन ने बढ़ती जनसंख्या का जिम्मेदार कांग्रेस को ठहराया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अगर जनसंख्या नियंत्रण पर कानून बनाती तो मेरे 4 बच्चे नहीं होते। मैं चार बच्चों के बारे में सोचता हूं तो सॉरी फील करता हूं। रवि किशन ने आगे कहा कि यह कांग्रेस की गलती है। सरकार उनके पास थी। उनके पास कानून था। हम अवेयर नहीं थे। हम बच्चे थे। हम तो खेलते कूदते जीवन में अंगड़ाई ले रहे थे।

भाजपा सांसद रवि किशन ने शुक्रवार को लोकसभा में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने के लिए बिल पेश किया।

रवि किशन बोले- 4 बच्चे देखकर दुख होता है 
रवि किशन से एक निजी इंटरव्यू में उनके 4 बच्चों को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि फिल्म इंडस्ट्री के शुरुआती 15 सालों में लोग मुझे पैसा नहीं देते थे। मैं उस समय जानता था कि पैसा बाद में आएगा।

मैं इंडस्ट्री में संघर्ष कर रहा था। शूटिंग कर रहा था। उसी दौरान तीसरा बेबी, चौथा बेबी हो गया। आज जब मैच्योरिटी आई है और उन्हें देखता हूं तो दुख होता है।



Friday, December 9, 2022

कांग्रेस का 12% वोट AAP को ट्रांसफर, आप पार्टी का नेशनल पार्टी बनना तय ।

गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के मैदान छोड़ने से AAP को सीधा फायदा मिला। 2017 के चुनाव में कांग्रेस का वोट शेयर 42.97% था, जो 2022 के चुनाव में घटकर 27% हो गया है। वहीं, 2017 में AAP का वोट शेयर 0.62% था, जो इस चुनाव में बढ़कर 12.9% हो गया है। राजनीतिक पण्डितों का अनुमान है कि  कि कांग्रेस का वोट शेयर जो घटा है, वो AAP को ट्रांसफर हो गया है। इसी के चलते AAP ने भले ही 5 सीटें जीती हों, लेकिन 35 सीटों पर वह दूसरे नंबर पर रही है। यानी गुजरात में AAP अब कांग्रेस की जगह लेने की राह पर है। AAP की वजह से ही कांग्रेस को 1990 के बाद, यानी 32 साल में सबसे कम वोट मिले हैं।कांग्रेस का इतना ख़राब प्रदर्शन कभी नहीं रहा। 1990 में राम मंदिर आंदोलन की लहर में भी कांग्रेस को 31% वोट मिले थे और 33 सीटें मिली थीं।इस बार कांग्रेस को सिर्फ 27.3% वोट मिले हैं और पार्टी 17 सीटों पर ही सिमट गई।आम आदमी पार्टी की गुजरात में बढ़ती पैठ को आप पार्टी को मिले वोट से भी समझ सकते हैं। 2017 में AAP को गुजरात में कुल 29,509 वोट मिले थे, जो इस बार बढ़कर 41 लाख से ज्यादा हो गया है। दरअसल, यहां पर AAP ने कांग्रेस के वोटों में ही सेंध लगाई है। कांग्रेस को 2017 में 1,24,37,661 वोट मिले थे, जबकि इस बार 86,83,808 वोट ही मिले। यानी 2017 के मुकाबले कांग्रेस को इस बार 37,53,853 वोट का नुकसान हुआ है। वहीं AAP को 41 लाख वोट मिले। यानी यहां पर भी जो वोटर कांग्रेस से छिटके वो AAP की तरफ ही गए



मोदी ब्रांड पर सवार भाजपा ने गुजरात में 182 में से 156 सीटें जीतीं ।

गुजरात में बीजेपी ने एक ऐसा इतिहास बनाया है जिसकी बराबरी शायद ही कोई दूसरी पार्टी नियर  फ्यूचर में कर पाए।मोदी ब्रांड पर सवार भाजपा ने 182 में से 156 सीटें जीत लीं जोकि एक रिकॉर्ड है राज्य के 62 साल के इतिहास में किसी पार्टी की सबसे बड़ी जीत है। खास बात यह कि एंटी इन्कंबेंसी नहीं रहीं क्योंकि, भाजपा ने पिछले चुनाव में जीती 92 सीटें इस बार भी जीत लीं। पिछले चुनाव में 77 सीटें जीती कांग्रेस 17 सीटों पर सिमट गई। 33 से 22 जिलों में खाता भी नहीं खोल पाई। 10% सीटें न होने के कारण कांग्रेस विपक्ष के नेता का पद भी खो सकती है। वहीं, आप सिर्फ 5 सीटें जीतकर राष्ट्रीय पार्टी बन गई।

भाजपा की जीत के मुख्य कारण 

  1. पहली बार आदिवासी सीटों पर कांग्रेस साफ: राज्य में कुल 27 आदिवासी सीटें हैं। भाजपा ने इस बार 23 सीटें जीतीं। कांग्रेस के खाते में 3 गईं। 2017 में कांग्रेस 15, भाजपा 9 सीटें जीती थीं। आप ने इस चुनाव में आदिवासी इलाकों में कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाई। हालांकि वह 1 सीट जीत पाई।
  2. भाजपा को 57% SC सीटें ज्यादा मिलीं: SC की 13 सीटों में भाजपा 11, कांग्रेस 3 जीती हैं। 2017 में इनमें से कांग्रेस ने 6, भाजपा ने 7 सीट जीती थीं। दलित, कांग्रेसी जिग्नेश मेवाणी वडगाम सीट बचाने में सफल रहे।
  3. भाजपा ने मुस्लिम साधे, 15 सीटें जीतीं: 19 में से 15 मुस्लिम बहुल सीटें जीतीं। इनमें 6 सीटें ऐसी, जो पार्टी कभी नहीं जीत पाई थी
  4. भाजपा को दोगुने वोट मिले: भाजपा को कांग्रेस से दोगुने वोट, यह किसी राज्य में सत्ता-विपक्ष के बीच का सबसे बड़ा अंतर। यानी वोट 2.5% बढ़े, सीटें 57 बढ़ गईं।
  5. भाजपा की सबसे बड़ी जीत: भाजपा ने किसी राज्य में 86% सीटें जीतीं, 2013 में राजस्थान में 82% सीटें हासिल की थीं। हालांकि, 7 बार जीतने वाली दूसरी पार्टी बनी। बंगाल में वाम दल 8 बार जीता था।
  6. सौराष्ट्र ने फिर चौंकाया: सौराष्ट्र में भाजपा ने अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की है। पिछली बार भाजपा ने सौराष्ट्र-कच्छ रीजन में 23 और कांग्रेस ने 30 सीट जीती थीं। इस बार भाजपा ने रिकॉर्ड 46 सीट जीती हैं। कांग्रेस अपने गढ़ उत्तर गुजरात में भी हारी है। उसे 9 सीटों का नुकसान हुआ है।
  7. पाटीदार बहुल इलाकों में बड़ा बदलाव: भाजपा ने पाटीदार समुदाय के दबदबे वाली 61 में से 55 सीटें जीती हैं। आप के 5 प्रत्याशी में से 2 पाटीदार थे, लेकिन आप से लड़े पाटीदार समुदाय के तीन बड़े चेहरे अल्पेश कथीरिया, गोपाल इटालिया और धार्मिक मालविया हार गए। ओबीसी चेहरा सीएम उम्मीदवार इशुदान गढ़वी भी हार गए।

Thursday, December 8, 2022

भूपेन्द्र ने तोड़ा नरेंद्र का रिकॉर्ड, रुझानों में गुजरात की 182 सीटों में से भाजपा को 155 सीटों पर एकतरफा बढ़त

गुजरात में भाजपा ऐतिहासिक जीत दर्ज करती दिखाई दे रही है।रुझानों में गुजरात की 182 में से भाजपा ने 155 सीटों पर एकतरफा बढ़त ली है। अगर ये रुझान नतीजों में तब्दील होते हैं, तो भाजपा 1985 में कांग्रेस की सबसे बड़ी जीत का रिकॉर्ड तोड़ देगी। मोदी के गुजरात का CM रहते भाजपा ने 2002 के चुनाव में 127 सीटें जीती थीं।आंकड़ों पर जाएं तो 1985 के चुनाव में माधव सिंह सोलंकी की अगुआई में कांग्रेस ने 149 सीटें जीती थीं। भाजपा 150 का आंकड़ा पार करने पर अपनी जीत का नया बेंचमार्क तय करेगी, साथ ही साथ कांग्रेस की जीत का रिकॉर्ड भी तोड़ देगी। दिलचस्प बात यह है कि चुनाव प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था- नरेंद्र का रिकॉर्ड भूपेंद्र तोड़ेंगे। चुनाव नतीजों में यह नजर भी आ रहा है।




Wednesday, November 30, 2022

अंतिम वनडे में न्यूजीलैंड को टीम इंडिया ने दिया 220 रनों का टारगेट

भारत-न्यूजीलैंड वनडे सीरीज के तीसरे और लास्ट मैच में टीम इंडिया ने बल्लेबाजी करते हुए 47.3 ओवर में सभी विकेट खोकर 219 रन बनाए हैं और न्यूजीलैंड न्यूजीलैंड को 220 रनों का टारगेट दिया हैन्यूजीलैंड ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया है। टीम इंडिया की ओर से वॉशिंगटन सुंदर (51) ने अर्धशतकीय पारी खेली, जबकि श्रेयस अय्यर ने 49 रन बनाए। कप्तान शिखर धवन ने 28 रनों का योगदान दिया। विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत फिर फ्लॉप रहे। उन्होंने 10 रन बनाए। शुभमन गिल ने 13, हुड्‌डा-चाहर ने एक समान 12-12 रन जोड़े। गेंदबाजी में कीवी टीम की ओर से एडम मिल्ने और डेरिल मिचेल ने 3-3 विकेट झटके, जबकि टिम साउदी को दो सफलताएं मिली। फर्ग्युसन और टनर के खाते में एक-एक विकेट आए। यह न्यूज़ लिखे जाने तक न्यूजीलैंड ने बिना विकेट खोये  8 ओवर में 34  रन बनाए। फिन एलेन और डेवोन कॉनवे खेल रहे हैं।


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