Friday, December 9, 2022

मोदी ब्रांड पर सवार भाजपा ने गुजरात में 182 में से 156 सीटें जीतीं ।

गुजरात में बीजेपी ने एक ऐसा इतिहास बनाया है जिसकी बराबरी शायद ही कोई दूसरी पार्टी नियर  फ्यूचर में कर पाए।मोदी ब्रांड पर सवार भाजपा ने 182 में से 156 सीटें जीत लीं जोकि एक रिकॉर्ड है राज्य के 62 साल के इतिहास में किसी पार्टी की सबसे बड़ी जीत है। खास बात यह कि एंटी इन्कंबेंसी नहीं रहीं क्योंकि, भाजपा ने पिछले चुनाव में जीती 92 सीटें इस बार भी जीत लीं। पिछले चुनाव में 77 सीटें जीती कांग्रेस 17 सीटों पर सिमट गई। 33 से 22 जिलों में खाता भी नहीं खोल पाई। 10% सीटें न होने के कारण कांग्रेस विपक्ष के नेता का पद भी खो सकती है। वहीं, आप सिर्फ 5 सीटें जीतकर राष्ट्रीय पार्टी बन गई।

भाजपा की जीत के मुख्य कारण 

  1. पहली बार आदिवासी सीटों पर कांग्रेस साफ: राज्य में कुल 27 आदिवासी सीटें हैं। भाजपा ने इस बार 23 सीटें जीतीं। कांग्रेस के खाते में 3 गईं। 2017 में कांग्रेस 15, भाजपा 9 सीटें जीती थीं। आप ने इस चुनाव में आदिवासी इलाकों में कांग्रेस के वोट बैंक में सेंध लगाई। हालांकि वह 1 सीट जीत पाई।
  2. भाजपा को 57% SC सीटें ज्यादा मिलीं: SC की 13 सीटों में भाजपा 11, कांग्रेस 3 जीती हैं। 2017 में इनमें से कांग्रेस ने 6, भाजपा ने 7 सीट जीती थीं। दलित, कांग्रेसी जिग्नेश मेवाणी वडगाम सीट बचाने में सफल रहे।
  3. भाजपा ने मुस्लिम साधे, 15 सीटें जीतीं: 19 में से 15 मुस्लिम बहुल सीटें जीतीं। इनमें 6 सीटें ऐसी, जो पार्टी कभी नहीं जीत पाई थी
  4. भाजपा को दोगुने वोट मिले: भाजपा को कांग्रेस से दोगुने वोट, यह किसी राज्य में सत्ता-विपक्ष के बीच का सबसे बड़ा अंतर। यानी वोट 2.5% बढ़े, सीटें 57 बढ़ गईं।
  5. भाजपा की सबसे बड़ी जीत: भाजपा ने किसी राज्य में 86% सीटें जीतीं, 2013 में राजस्थान में 82% सीटें हासिल की थीं। हालांकि, 7 बार जीतने वाली दूसरी पार्टी बनी। बंगाल में वाम दल 8 बार जीता था।
  6. सौराष्ट्र ने फिर चौंकाया: सौराष्ट्र में भाजपा ने अब तक की सबसे बड़ी जीत हासिल की है। पिछली बार भाजपा ने सौराष्ट्र-कच्छ रीजन में 23 और कांग्रेस ने 30 सीट जीती थीं। इस बार भाजपा ने रिकॉर्ड 46 सीट जीती हैं। कांग्रेस अपने गढ़ उत्तर गुजरात में भी हारी है। उसे 9 सीटों का नुकसान हुआ है।
  7. पाटीदार बहुल इलाकों में बड़ा बदलाव: भाजपा ने पाटीदार समुदाय के दबदबे वाली 61 में से 55 सीटें जीती हैं। आप के 5 प्रत्याशी में से 2 पाटीदार थे, लेकिन आप से लड़े पाटीदार समुदाय के तीन बड़े चेहरे अल्पेश कथीरिया, गोपाल इटालिया और धार्मिक मालविया हार गए। ओबीसी चेहरा सीएम उम्मीदवार इशुदान गढ़वी भी हार गए।

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