Friday, January 27, 2023

नई तकनीक से खुलेगा ज्ञान का नया आकाश: मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने जबलपुर में गणतंत्र दिवस पर पं. लज्जाशंकर झा उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में वर्चुअल रियलिटी लैब का शुभारंभ किया। उन्होंने बच्चों से रू-ब-रू होते हुए कहा कि वर्चुअल रियलिटी लैब ज्ञान की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस नई तकनीक से युवा पीढ़ी के ज्ञान को नया विस्तार मिलेगा। साथ ही विद्यार्थियों को अध्ययन के अलग-अलग क्षेत्रों को क़रीब से जानने और समझने का अवसर मिलेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार प्रदेश में ऐसी अत्याधुनिक लैब की संख्या बढ़ाने के लिए रूपरेखा तैयार करेगी। उन्होंने जबलपुर के तीन युवाओं द्वारा अपने स्टार्टअप के माध्यम से स्थापित मध्यप्रदेश की पहली वर्चुअल लैब की प्रशंसा की।


मुख्यमंत्री श्री चौहान का लैब का उद्घाटन करने पर स्कूल के बच्चों ने तालियों से स्वागत किया। सांसद श्री राकेश सिंह, राज्यसभा सांसद श्रीमती सुमित्रा बाल्मीकि, मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. जितेंद्र जामदार, विधायक श्रीमती नंदिनी मरावी, विधायक श्री अजय विश्नोई, विधायक श्री सुशील तिवारी और पूर्व मंत्री श्री अंचल सोनकर सहित जन-प्रतिनिधि एवं अधिकारीगण मौजूद रहे।

बच्चों के सवाल, मुख्यमंत्री के जवाब

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बच्चों से सवाल करने का आग्रह किया। उत्कृष्ट विद्यालय के कक्षा 11 वीं के छात्र ओम श्री पटेल ने प्रश्न किया कि राज्य सरकार प्रतियोगी परीक्षाओं की निःशुल्क तैयारी के लिये सुपर 100 योजना चला रही है, क्या इस योजना में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ाई जा सकती है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस प्रश्न के जवाब में कहा कि यह बिल्कुल उपयुक्त तथ्य है कि विद्यार्थियों की संख्या कम क्यों रहे। उन्होंने कहा कि आने वाले सेशन से यह योजना सुपर 500 की जायेगी। एक अन्य प्रश्न स्कूल की छात्रा सुष्मिता चतुर्वेदी ने किया। मुख्यमंत्री से छात्रा सुष्मिता ने पूछा कि राज्य सरकार की महिलाओं और बालिकाओं के हित में संचालित योजनायें जिनमें लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना और मेधावी विद्यार्थी योजना आदि हैं, इन्हें लागू करने का विचार आपके मन में कैसे आया। मुख्यमंत्री श्री चौहान इस प्रश्न का उत्तर देते वक़्त भावुक हो गए। उन्होंने छात्रा सुष्मिता को यह प्रश्न पूछने के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि जब उनकी उम्र कम थी तभी से उन्हें यह बात बहुत चुभती थी कि समाज में बेटा-बेटी में भेद किया जाता है, लेकिन उस वक़्त वे कुछ कर नहीं सकते थे। बाद में जब 1990 में वे पहली बार विधायक चुन कर आये तो उन्होंने कुछ निर्धन कन्याओं का विवाह कराया। फिर सांसद बनने के बाद सिलसिला और विस्तारित हो गया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जब वे पहली बार मुख्यमंत्री बने तब उन्होंने लाड़ली लक्ष्मी योजना का प्रारूप तैयार कराया और इसे लागू किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि इसके बाद मुख्यमंत्री कन्यादान योजना का शुभारंभ किया, जिससे बेटी परिजन के लिए बोझ न बने और उसके प्रति समाज का नजरिया बदले। उन्होंने बताया कि इसके बाद बेटियों की निःशुल्क शिक्षा के लिए योजना बनाई गई, जो पहले स्कूल औऱ कॉलेज स्तर पर लागू की गई, लेकिन प्रदेश सरकार अब योजना से प्रोफेशनल डिग्री की पढ़ाई के लिए भी सहयोग कर रही है।

वर्चुअल रियलिटी लैब को बनाने वाले जबलपुर शहर के ही युवा निखिल भटनागर, ललित बर्मन और मयंक श्रीवास्तव हैं। इन तीनों ने स्पार्क वीआर टेक्नालॉजी के नाम से स्टार्टअप शुरू कर स्पार्क वीआर एप तैयार किया है। इस लैब से बच्चों को किताबी दुनिया से निकाल कर वास्तविक तरीके से (वर्चुअली) से विविध विषयों का अध्ययन कराया जाएगा।


Saturday, January 21, 2023

ट्रैफिक पुलिस की टेंशन !

इंडिया में बाज़ीगरों की कमी नहीं है कभी कभी सोशल मीडिया पर कुछ ऐसा मिल जाता है जिसकी हम कल्पना नहीं कर सकते हैं । यह वीडियो देखकर बतायें कि इन साहब का चालान होना चाहिए या नहीं, प्लीज हमें कमेंट करके बतायें !!!
(सोर्स : इंटरनेट )

Friday, January 20, 2023

अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव से प्रदेश के सभी विज्ञान महाविद्यालय, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक और आईटीआई को जोड़ा जाए - मुख्यमंत्री श्री चौहान

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि भोपाल में हो रहे आठवें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव का उपयोग प्रदेश के विद्यार्थियों का वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने में किया जाए। महोत्सव से बड़ी संख्या में स्कूली तथा महाविद्यलायीन स्तर के विद्यार्थियों को जोड़ा जाए। वैज्ञानिक अवधारणाओं को समझने तथा विज्ञान के नये रूझानों की ओर युवाओं को आकर्षित करने में इस आयोजन से सहायता मिलेगी। प्रयास यह हो की विद्यार्थियों को इस आयोजन से प्रेरणा और मार्गदर्शन प्राप्त हो। महोत्सव में भारत के प्राचीन वैज्ञानिक योगदान और दृष्टिकोण को भी प्रस्तुत किया जाए। मुख्यमंत्री श्री चौहान 21 जनवरी को मैनिट भोपाल में होने वाले आठवें भारतीय अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। समत्व भवन में हुई बैठक में प्रमुख सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी श्री निकुंज श्रीवास्तव सहित केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद तथा विज्ञान भारती संस्था के पदाधिकारी उपस्थित थे।

मध्यप्रदेश के युवाओं द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में अर्जित उपलब्धियों का प्रचार हो

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि सोशल मीडिया का उपयोग कर मध्यप्रदेश के युवाओं द्वारा विज्ञान के क्षेत्र में अर्जित उपलब्धियों का प्रचार किया जाए। महोत्सव में होने वाली विभिन्न गतिविधियों से प्रदेश के सभी विज्ञान महाविद्यायल, इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक, आईटीआई आदि को वर्चुअली जोड़ा जाए। महोत्सव में अद्वैत वेदांत को विज्ञान से संबद्ध करते हुए प्रस्तुत करें। युवा पीढ़ी को यह बताने की आवश्यकता है कि धर्म और विज्ञान एक दूसरे के विरोधी नहीं अपितु पूरक हैं।

मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद कर रही है स्थानीय स्तर पर समन्वय

जानकारी दी गई कि आठवां अंतर्राष्ट्रीय विज्ञान महोत्सव 21 से 24 जनवरी तक मेनिट भोपाल में किया जा रहा है। केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय तथा विज्ञान भारती द्वारा किये जा रहे इस कार्यक्रम का स्थानीय स्तर पर मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा समन्वय किया जा रहा है। विज्ञान और प्रौद्योगिकी को प्रोत्साहित कर आम जनता तक पहुँचाना और विज्ञान को उत्सव के रूप में मनाना कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है। मुख्यमंत्री श्री चौहान कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे और केन्द्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री श्री जितेन्द्र सिंह विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए स्कूली बच्चे भी महोत्सव में सम्मिलित होंगे।

जन-सामान्य को विज्ञान से जोड़ने के लिए कार्यक्रम के होंगे 15 प्रमुख घटक

कार्यक्रम के 15 प्रमुख घटक होंगे। इसमें भारतीय कारीगरों की प्रौद्योगिकी पर केंद्रित आर्टिंसंस टेक्नोलॉजी विलेज-वोकल फॉर -लोकल, शोधकर्ताओं के बीच वैचारिक आदान-प्रदान के लिए फेस टू फेस विथ न्यू फ्रांटियर्स इन साइंस, गिनीज वर्ल्ड रिकार्ड्स, इंटरनेशनल साइंस फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया, मेगा साइंस एंड टेक्नालॉजी एग्जीबिशन, नेशनल सोशल ऑर्गनाइजेशन एंड इंस्टीट्यूशंस मीट, न्यू एज टेक्नॉलॉजी शो, साइंस थ्रू गेम्स एंड ट्वाइज, स्टार्टअप कॉनक्लेव, स्टेट साइंस एंड टेक्नालॉजी कांउसिल्स कॉनक्लेव, स्टूडेंट इनोवेशन फेस्टिवल, स्टूडेन्ट्स साइंस विलेज, वैज्ञानिका-साइंस लिटरेचर फेस्टिवल, यंग साइंटिस्ट कॉन्फ्रेंस, मेंटरिंग एंड कॉउंसिलिंग साइंटिफिक डिस्कशन सम्मिलित हैं।

विभागीय प्रदर्शनी और सांस्कृतिक आयोजन होंगे आकर्षण का केन्द्र

अंतर्राष्ट्रीय स्तर के विज्ञान महोत्सव में इसरो के चेयरमेन श्री एस. सोमनाथ, भारत बॉयोटेक के सीएमडी श्री कृष्णा एल्ला सहित कई वैज्ञानिक सम्मिलित होंगे। समारोह में मध्यप्रदेश पर्यटन, संस्कृति, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन, जनजातीय कल्याण, स्कूल शिक्षा, तकनीकी शिक्षा, आयुष, स्वास्थ्य, पर्यावरण, नगरीय विकास एवं आवास, खनिज, कुटीर एवं ग्रामोद्योग, कृषि, वन, नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण तथा जल संसाधन विभाग द्वारा प्रदर्शिनी लगाई जाएगी। महोत्सव में 21 जनवरी की शाम सांस्कृतिक कार्यक्रम में पार्श्व गायक श्री कैलाश खेर, 22 जनवरी को मध्यप्रदेश के कलाकार और 23 जनवरी को इंडियन ओशन रॉक बैंड प्रस्तुतियाँ देंगे। महोत्सव में विद्यार्थियों की प्रत्यक्ष सहभागिता की व्यवस्था रखी गई है।

Wednesday, January 18, 2023

दोपहर 2.30 बजे चुनाव आयोग करेगा प्रेस कॉन्फ्रेंस

त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में फरवरी के मध्य में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। चुनाव आयोग दोपहर 2.30 बजे इसका ऐलान करेगा। नागालैंड में 12 मार्च, मेघालय में 15 मार्च और त्रिपुरा में 22 मार्च को विधानसभा कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इसलिए फरवरी के अंत तक चुनाव कराए जाने की ज्यादा संभावना हत्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड में फरवरी के मध्य में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं। चुनाव आयोग दोपहर 2.30 बजे इसका ऐलान करेगा। नागालैंड में 12 मार्च, मेघालय में 15 मार्च और त्रिपुरा में 22 मार्च को विधानसभा कार्यकाल समाप्त हो रहा है। इसलिए फरवरी के अंत तक चुनाव कराए जाने की ज्यादा संभावना है। 2024 में लोकसभा चुनाव के पहले पूर्वोत्तर के राज्यों त्रिपुरा, मेघालय और नागालैंड के अलावा कुल 9 राज्यों में चुनाव होंगे। नॉर्थ ईस्ट के बाद अप्रैल या मई में कर्नाटक में भी विधानसभा चुनाव कराए जाने की संभावना है।


Monday, January 16, 2023

आज से राजधानी भोपाल में G-20 के तहत थिंक-20 की बैठकें शुरू, 22 देशों से आए 94 मेहमान ।

आज से राजधानी में भोपाल में G-20 के तहत थिंक-20 की बैठकें शुरू हो गई हैं। बैठकें दो दिन चलेंगी। कुशाभाऊ ठाकरे कन्वेंशन सेंटर में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने थिंक-20 का इनॉग्रेशन किया। कार्यक्रम में देश-विदेश से 300 मेहमान हिस्सा ले रहे हैं। इनमें 22 देशों से आए 94 मेहमान हैं। 'पर्यावरण सम्मत जीवन-शैली, नैतिक मूल्य तथा सुमंगलमय युक्त वैश्विक सुशासन’ विषय पर मंत्री, बुद्धिजीवी और विषय-विशेषज्ञ प्लेनरी और पेरेलल सेशन, राउंड टेबल कॉन्फ्रेंस और क्लस्टर ब्रीफिंग में विचार-मंथन करेंगे। बैठक के पहले दिन 3 प्लेनरी सेशन, 10 पेरेलल सेशन और 2 ब्रीफिंग क्लस्टर होंगे।

भोपाल के स्मार्ट उद्यान में लगाये पौधे 

विदेश से आए डेलिगेट्स ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के साथ आज भोपाल के स्मार्ट उद्यान में पौधे लगाए। नीति आयोग दिल्ली के उपाध्यक्ष सुमन बेरी और मध्यप्रदेश नीति आयोग के प्रो. सचिन भी मौजूद रहे।मुख्यमंत्री ने कहा कि G-20 के तहत थिंक-20 की यह बैठक महत्वपूर्ण है। दुनियाभर के चिंतक और बुद्धिजीवी मध्यप्रदेश पधारे हैं। भोपाल कैपिटल ऑफ इंटेलेक्चुअल हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी वन अर्थ, वन फैमिली एंड वन फ्यूचर के सिद्धांत पर कार्य कर रहे हैं। आज ये उद्यान ग्लोबल गार्डन हो गया है।

यूनिसेफ का G-20 में ग्लोबली सपोर्ट

केंद्र सरकार की ओर से G-20 के चीफ को-ऑर्डिनेटर हर्षवर्धन श्रृंगला ने आज से दो दिन तक होने वाली बैठकों के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि भारत को पहली बार G-20 की अध्यक्षता मिली है। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी ने बताया कि विभिन्न सत्रों में एथिक्स और साइंस, एथिक्स और फाइनेंस पर भी चर्चा होगी। यूनिसेफ के प्रतिनिधि यासूमासा किमोर ने बताया कि यूनिसेफ G-20 ग्लोबली सपोर्ट कर रहा है। इंडोनेशिया सरकार के मंत्री डॉ. स्लोमन शेयोदरसना ने कहा- हमें भरोसा है कि भारत सरकार के नेतृत्व में एजेंडा डेवलपमेंट पर काम कर पाएंगे। इंडोनेशिया सभी देशों को वैक्सीन मुहैया कराने पर काम कर रहा है। 70 प्रतिशत वैश्विक जनसंख्या को कम से कम कोविड वैक्सीन की एक डोज लगनी चाहिए थी। लेकिन, कुछ देशों में सिर्फ 25 प्रतिशत डोज लग पाई है। इंडोनेशिया की सोच है कि सभी लोगों को वैक्सीन मुहैया करा पाएं। एशियन हेल्थ कॉर्पोरेशन का प्रतिनिधित्व करते हुए इंडोनेशिया ने कई सारी पहलों का नेतृत्व किया।

कुल 300 प्रतिभागी होंगे शामिल
विभिन्न सत्रों में लगभग 300 प्रतिभागी शामिल होंगे। इनमें से 94 अंतर्राष्ट्रीय, भारत के विभिन्न प्रदेशों से 115 और लगभग 100 स्थानीय प्रतिभागी शामिल होंगे। इसमें 14 जी-20 देश, 3 साउथ एशियन देश बांग्लादेश, नेपाल और श्रीलंका, 21 अफ्रीका और अन्य क्षेत्रों के देश और 4 इजिप्ट, नीदरलैंड, नाइजीरिया और सिंगापुर ऑफिशियल गेस्ट कंट्र्री के रूप में शामिल होंगे। साथ ही 9 अंतर्राष्ट्रीय संगठन एशियन डेवलपमेंट बैंक, एडीबी इंस्टीट्यूट, अफ्रीकन यूनियन, बिल एण्ड मिलिंडा गेट्स फाउण्डेशन, जीआईजेड, ओईसीडी, यूएन, यूएनडीपी और यूनिसेफ के प्रतिनिधि भी शामिल होंगे।

पहले दिन उद्घाटन सत्र के मुख्य वक्ता एडीबीआई टोक्यो, जापान के डीन और सीईओ टेत्सुशी सोनोबे हैं। विशेष वक्ता रीजनल डायरेक्टर फॉर साउथ एशिया यूनिसेफ, नेपाल जार्ज लॉरयिआ एडजेई, इंडोनेशिया के राजनीतिक कार्य, विधि, सुरक्षा एवं नेशनल डेवलपमेंट प्लानिंग मंत्रालय के उप मंत्री स्लेमेट सोएदारसोनो, भारत सरकार के G-20 के मुख्य समन्वयक हर्षवर्धन श्रृगंला एवं भारत सरकार के नीति आयोग के उपाध्यक्ष सुमन बेरी हैं। आभार प्रदर्शन अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान की प्रिंसिपल एडवाइजर डॉ. इन्द्राणी बड़पुजारी करेंगी। इस सेशन का विषय प्रवर्तन डायरेक्टर जनरल, रिसर्च एण्ड इन्फार्मेशन सिस्टम फॉर डेवलपिंग कन्ट्रीज (आरआईएस) और अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान के उपाध्यक्ष प्रो. सचिन चतुर्वेदी और टी-20 चेयर एण्ड डायरेक्टर जनरल एमपीआईडीएसए एम्बेसडर सुजोन आर. चिनाय करेंगे। अटल बिहारी वाजपेयी सुशासन एवं नीति विश्लेषण संस्थान भोपाल के सीईओ प्रतीक हजेला स्वागत उद्बोधन देंगे।

पहले दिन आज 3 प्लेनरी एवं 10 पेरेलल सेशन होंगे 
कार्यक्रम के पहले दिन लाईफ, वेल्यू एण्ड डेव्हलपमेंट फॉर्मेशन विषय पर आधारित पहला प्लेनरी सेशन, पहले इंडिया फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं भारत सरकार के नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार की अध्यक्षता में होगा। इस सेशन में ग्लोबल सोल्यूशन इनिशिएटिव, जर्मनी के अध्यक्ष प्रोफेसर डेनिस जे. स्नोवर मुख्य वक्ता होंगे। सेशन के पेनलिस्ट ओईसीडी विकास केंद्र, पेरिस के पूर्व निदेशक, डॉ. मारियो पेज़िनी, इंडोनेशिया विश्वविद्यालय के आर्थिक और सामाजिक शोध संस्थान के निदेशक प्रोफेसर रिआतु क़िबथियाह, एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी चीन के लीड चेयर प्रोफेसर ली शियाओयुन, इंस्टीट्यूट ऑफ साउथ एशियन स्टडीज (आईएसएएस) सिंगापुर के निदेशक डॉ. इकबाल सिंह सेविया, भारत सरकार के केपेसिटी बिल्डिंग कमीशन के सदस्य डॉ. आर. बालासुब्रमण्यम, सेन्टर फॉर प्रोफेशनल्स एथिक्स यू कलॉन, यूनाइटेड किंगडम और स्कूल ऑफ लॉ, यू कलॉन, साइप्रस के डायरेक्टर प्रो. डोरिस श्योरेडॉर, टी-20 इंडिया की टास्क फोर्स 6 के अध्यक्ष और विजिटिंग फेलो आरआईएस, नई दिल्ली जी.ए. टाडास और एग्रीकल्चरल यूनिवर्सिटी चाइना के लीड चेयर प्रोफेसर ली झियोयून होंगे।

पहले प्लेनरी सेशन के बाद दो ब्रीफिंग क्लस्टर होंगे। नार्थ-इस्टर्न ट्रेनिंग, रिसर्च एंड एडवोकेसी (नेत्रा) फाउण्डेशन के पहले क्लस्टर में त्रिपुरा यूनिवर्सिटी, त्रिपुरा के डिपार्टमेन्ट ऑफ रूरल डेवलपमेन्ट के हेड डॉ. जयंत चौधरी और डिपार्टमेन्ट ऑफ इकानामिक्स के डॉ. शुभ्रचरण दास सम्बोधित करेंगे। इंडियन इकानॉमिक एसोसिएशन (आईईए) के दूसरे क्लस्टर को जीजे यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एण्ड टेक्नालॉजी के डिपार्टमेन्ट ऑफ इकानामिक्स के प्रो. एन बिश्नोई और पंजाब यूनिवर्सिटी, पटियाला के प्रोफेसर ऑफ इकानामिक्स एंड स्कूल ऑफ सोशल साइंसेस के हेड प्रो. डीके मदान सम्बोधित करेंगे।


आरबीआई के पूर्व डिप्टी गवर्नर देंगे दूसरे सत्र में व्याख्यान 

फायनेंसिंग रेजिलिएंट इन्फ्रा-स्ट्रक्चर एण्ड सस्टेनेबल ट्रांजिक्शन विषय पर आधारित दूसरा प्लेनरी सेशन रिजर्व बैंक ऑफ इण्डिया के पूर्व डिप्टी गवर्नर श्यामल गोपीनाथ की अध्यक्षता में होगा। मुख्य वक्ता प्राइम मिनिस्टर इकानॉमिक काउंसिल के एडवाइजर प्रो. एम. सुरेश बाबू होंगे। इस सेशन के पेनलिस्ट फ्रांस के ग्रेंड पेरिस एलायंस फॉर मेट्रोपॉलिटन डेव्हलपमेंट के को-फाउण्डर एवं प्रेसीडेंट डॉ. निकोलस बुचॉर्ड, इंस्टीट्यूट फॉर स्टडीज इन इण्डस्ट्रियल डेव्हलपमेंट नई दिल्ली के डायरेक्टर प्रो. नागेश कुमार, डायरेक्टर स्टेट एपेरेटस एण्ड ब्यूरोक्रेटिक ट्रांसफार्मेशन, मिनिस्ट्री ऑफ नेशनल डेव्हलपमेंट प्लानिंग इण्डोनेशिया डॉ. प्रियांटो रोहमत्तुल्ला, डॉ. बी.आर. अम्बेडकर स्कूल ऑफ इकानॉमिक्स यूनिवर्सिटी बैंगलुरु, इंडिया के वाइस चांसलर प्रो. एन.आर. भानुमूर्ति, स्कूल ऑफ ह्यूमनेटीज एण्ड सोशल साइंसेस शिव नाडार यूनिवर्सिटी, इण्डिया के डीन प्रो. रजत कथूरिया, कॉम्पेगनिया डी सेन पोलो फाउण्डेशन इटली के अध्यक्ष फ्रांसिसको प्रोफ्यूमो होंगे।

दोपहर 3 बजे से शाम 4 बजे की अवधि में इंस्टीट्यूशनल फ्रेमवर्क फॉर लाइव, इन्वेस्टिंग इन चिल्ड्रन : इन्वेस्टमेंट इन फ्यूचर, फायनेंसिंग रेजिलिएंट सिटीज एण्ड सोसायटीज, इकॉनॉमिक सिस्टम्स ट्रांसफार्मेशन एवं वन हेल्थ, वेलनेस एण्ड ट्रेडिशनल मेडिसिन विषय पर 5 पेरेलल सेशन होंगे। शाम 4 से 5 बजे तक एथिक्स इन टेक्नालॉजी, विमेन एण्ड यूथ लेड डेव्हलपमेंट, ग्रीन एनर्जी एण्ड लॉजिस्टिक्स, इंडस्ट्रियल ट्रांसफार्मेशन एवं गोईंग बियांड जीडीपी-वेलबीईंग मेजरमेंट विषय पर 5 पेरेलल सेशन होंगे। बैठक के बाद अतिथि भोपाल के ट्राइबल म्यूजियम का भ्रमण करेंगे और संग्रहालय में सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे।

Wednesday, January 11, 2023

भोपाल ने फिर से पेश की ज़िंदादिली की मिसाल, आधी रात को महिला यात्री को पहुँचाया ऑक्सीजन सिलेण्डर



प्राप्त जानकारी के अनुसार कल रात कानपुर से काटपड़ी (कर्नाटक) जा रहीं एक महिला यात्री को ऑक्सीजन की ज़रूरत पड़ी। उनके पास जो ऑक्सीजन सिलेण्डर था, उससे ऑक्सीजन कम होती जा रही थी। CPHD की टीम को डीआरएम भोपाल की तरफ़ से कल रात 11:20 बजे इस बारें में सूचना दी गई।CPHD की टीम ने तत्काल गोविंदपुरा इंडस्ट्रियल एरिया से 10 लीटर का ऑक्सीजन सिलेण्डर कलेक्ट किया और रात 11:50 तक भोपाल स्टेशन पहुँच गए। 

स्टेशन पहुँचने पर यह पता चला कि 10 लीटर का सिलेण्डर पर्याप्त नहीं है । टीम ने तत्काल 60 लीटर का ऑक्सीजन सिलेण्डर अरेंज करके रात 12:20 बजे (11/01/2023) ट्रेन आने पर यात्री को उपलब्ध कराया और एक 10 लीटर का सिलेण्डर स्पेयर में दिया।CPHD की टीम की ओर से अभिषेक मकवानी, निहाल, शैलेंद्र और अनीश कुमार ने मिलकर इस अविश्वसनीय और अतुलनीय ऑपरेशन को सफल बनाया।


Tuesday, January 10, 2023

रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन

रिसर्च फाउंडेशन ऑफ इंडिया द्वारा देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कंप्यूटर विभाग के सभागार में शासकीय महाविद्यालय पीथमपुर एवं एनी बेसेंट महाविद्यालय के संयुक्त तत्वावधान में अंतर्राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमें मुख्य अतिथि के रूप मेंसाहित्य अकादमी मध्य प्रदेश के  निदेशक  डॉ. विकास जी दवे विशिष्ट अतिथि के रूप में देवी अहिल्या विश्वविद्यालय कुलपति डॉ रेणु जैन एवं रिसर्च फाउण्डेशन आफ इंडिया के चेयरमैन डॉ सौरभ जैन  ए डी उच्च शिक्षा डॉ किरण सलुजा उपस्थित हुए।आरएफआई सेन्ट्रल इण्डिया प्रेसिडेंट डॉ मनीष दुबे ने बताया की कांफ्रेंस में अनलाइन एवं आफ लाइन माध्यम से  300 से अधिक प्राध्यापक एवं शोधार्थी सम्मिलित हुए एवं 37 शोधार्थीयों   ने विदेशों से अनलाइन एवं 67 शोधार्थीयों ने  आफलाइन अपने शोध पत्रों का वाचन किया । टेक्नीकल सेशन के बाद  आर एफ आई नेशनल कन्वेनर डॉ अजय जैन द्वारा बेस्ट पेपर प्रेजेन्टेशन की घोषणा की एवं आगामी कार्यक्रमों की जानकारी दी। 

इस कांफ्रेंस के माध्यम से शिक्षा शोध पत्रकारिता एवं सामाजिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाली विभूतियों का विशेष सम्मान किया गया जिसमें पत्रकारिता के क्षेत्र में स्वदेश के श्री अजय जैन को पत्रकारिता के क्षेत्र में विशेष रूप से सम्मानित किया उद्घाटन सत्र के दौरान कॉन्फ्रेंस की जानकारी कॉन्फ्रेंस सेक्रेटरी डॉ  संजय प्रसाद द्वारा प्रस्तुत की गई स्वागत भाषण डॉ विनोद खत्री प्राचार्य शासकीय पीथमपुर महाविद्यालय एवं डॉक्टर सचिन शर्मा प्राचार्य एनी बेसेंट महाविद्यालय द्वारा दिया गया कीनोट स्पीकर के रूप में श्री अभिलाष जी ठाकुर एवं अक्सा ग्रुप के हैंड श्री  पंड्या उपस्थित रहे

अंतरराष्ट्रीय स्पीकर रूस, मकडोनिया, ब्रिटैन व फिलीपीन्स से ऑनलाइन जुड़े। नेशनल स्पीकर में मुम्बई, कोलकाता, भोपाल से स्पीकर ऑनलाइन जुड़े। सेशन चेयर पर्सन के रूप में डॉक्टर ममता चंद्रशेखर रायकवार, डॉ अशीष पाठक, डॉ गुंजन शुक्ला,  डॉ पारूल शारडा, डॉ. चारुल जैन, डॉ. अजित सिंह तोमर  उपस्थित हुए । मंच संचालन डॉ मनीष दुबे एवं डॉ प्रियंका चावला द्वारा किया गया ।

आभार डॉ अजय  जैन द्वारा दिया गया वहीं टेक्नीकल सेशन का समन्वय डॉ श्रेष्ठ छाबड़ा, डॉ. अंकिता जैन, डॉ. दिलीप अगोरे  ने  किया । विभिन्न व्यवस्थाओं का सफल संचालन डॉ. प्रकाशिनी तिवारी, डॉ. सीमा अग्रवाल व समस्त टीम मेंबर्स ने किया।

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