Friday, March 19, 2021

आज का युवा :- अमन ओकटे (लेखक)

युवा, अर्थात एक नवीन ज्वलंत विचार जो नवीनता की ओर किसी भी सीमा से परे होता है। सफलता की हर ऊंची इमारत तक पहुंचने की पहली सीढ़ी युवा एवं युवा सोच ही होती है। समय बदलता है, स्थितियां बदलती है, और साथ में देश का युवा एवं उनकी सोच भी बदलती है।हमारे देश की लगभग ३५% जनसंख्या युवा है। रोजाना अनेकों युवा अपनी सोच, अभिन्न विकल्पों एवं अपनी नवीनता से, हमारे देश को सफलता की नई ऊंचाइयों की ओर अग्रसर करते हैं।अक्सर कहा जाता है कि देश की तरक्की का प्रथम पहलू उस देश की युवा होता है। देश का युवा ही, देश को अपनी नवीनता एवं कार्य कुशलता से सुनिश्चित करता है।आज का युवा हर नवीन तकनीक को समझ कर, एवं उसे अपना कर अपनी सूझबूझ से हर कार्य क्षेत्र में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करता रहा है।अगर किसी भी देश का भविष्य जानना है तो उस देश के युवा को देखते देखो।क्योंकि युवा शक्ति ही है जो देश का भविष्य निर्धारित करती है।बदलते वक्त के साथ देश के युवाओं से भी परिवर्तन आए हैं। आज आमतौर पर देखा गया है कि देश का युवा जो कि देश का बुनियाद कहां जाता है, नशे की चपेट में आते जा रहे हैं । नशे की लत युवाओं को, उनकी सोच और साथ ही हमारे देश को खोखला कर रहा है। युवा जो भविष्य में देश का विकास महत्वपूर्ण माध्यम बनता है, युवा आज नशे का आदी हो कर खुद को भूल बैठा है।जो रूके ना, वह युवा है जो झुके ना, वह युवा है । हर परिस्थितियों में जो डटा रहे, वह युवा है। हर बुरी लत, नशे को छोड़कर, देश की उज्जवल भविष्य की राह पर आगे बड़े वह युवा है। युवा अर्थात वह हर व्यक्ति विशेष जो बदलते वक्त के साथ अपनी सोच विचारों में बदलाव एवं समीकरणों को गतिशील तरीके से राह दिखा सके। आयु से नहीं सोच से युवा बने, जब देश का हर युवा यह प्रण कर लेगी वह अपने देश को सफलता की नई राह पर ले जाएगा, देश का विकास संभव है। 

वंदे मातरम जय हिंद जय भारत। 


Sunday, March 7, 2021

आईपीएल, 2021 का आयोजन नौ अप्रैल से, नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 30 मई को आईपीएल का फाइनल मुकाबला l

 आईपीएल, 2021 का आयोजन नौ अप्रैल से 30 मई तक होगा l भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने  आज एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी l आईपीएल का पहला मुकाबला नौ अप्रैल को चेन्नई में गत विजेता मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच खेला जाएगा l इस बार इस टूर्नामेंट का आयोजन भारत में ही होगा और इसके मुकाबले अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में आयोजित कराए जाएंगे विदित हो कोरोना वायरस के कारण आईपीएल 2020 का आयोजन संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में हुआ था दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में 30 मई को आईपीएल का फाइनल मुकाबला खेला जाएगा l 


Saturday, January 30, 2021

एक ही शिक्षा, सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा - एडीजी श्री सागर l

शराब पीकर वाहन चलाना, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बातें करना, हेलमेट न लगाना, सीट बेल्ट न लगाना इत्यादि क्रिया-कलाप न केवल सड़क दुर्घटनाओं को आमंत्रण देता है, बल्कि जीवन को भी खतरे में डाल देता है। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पीटीआरआई श्री डी.सी. सागर ने यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिये चलाये जा रहे 'सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा' अभियान के अंतर्गत जबलपुर, सिवनी, कटनी और छिन्दवाड़ा में आमजन को समझाइश देते हुए यह बातें बतायीं। पुलिस द्वारा 32वें राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह के अंतर्गत 18 जनवरी से 17 फरवरी, 2021 तक सुगम यातायात के लिये 'सड़क सुरक्षा-जीवन रक्षा' थीम पर विशेष अभियान चलाया जा रहा है। गत दिवस जबलपुर और कटनी तथा शुक्रवार को सिवनी और छिन्दवाड़ा में वॉकाथन के दौरान बगैर हेलमेट लगाये चलने वाले राहगीरों को हेलमेट लगाने की समझाइश दी गयी। हेलमेट और सीट बेल्ट लगाकर वाहन चलाने वालों का सम्मान किया गया। साथ ही शाबाशी भी दी गयी। मुख्य चौराहों पर सड़क दुर्घटनाओं के कारक बनने वाले कारणों जैसे शराब पीकर वाहन चलाना, वाहन चलाते समय मोबाइल पर बातें करना, हेलमेट न लगाना, सीट बेल्ट न लगाना इत्यादि के साथ ही दुर्घटनाओं के उपरांत घायलों की सहायता करने के स्थान पर मोबाइल पर वीडियो बनाने की प्रवृत्ति का नाट्य रूपांतरण भी किया गया। एडीजी श्री सागर ने कहा कि दुर्घटना के घायलों को गोल्डन ऑवर में उपचार उपलब्ध करवाने में सहायता करने वाले 'नेक व्यक्ति' को कानूनी संरक्षण प्रदान किया गया है। बेहतर होगा कि भविष्य में वीडियो बनाने के स्थान पर घायलों को अस्पताल पहुँचा कर पुण्य लाभ प्राप्त करें।एडीजी श्री सागर और जिलों के पुलिस अधीक्षकों और अधीनस्थ अमले द्वारा आमजन को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक किया गया। युवाओं से अपील की गयी कि वे वाहन चलाते समय सावधानी रखते हुए यातायात के नियमों का पालन करें और नशे से दूर रहें।


Saturday, December 26, 2020

बेटियों को भी उतना भी मान-सम्मान करना चाहिए, जितना बेटों का किया जाता है।

 जब ब्रह्माजी ने सृष्टि का निर्माण कर लिया, तब उनके शरीर से मनु और शतरूपा पैदा हुए। बाद में इन दोनों के मिलन से पांच बच्चों का जन्म हुआ। इनमें तीन बेटियां थीं और दो बेटे थे। बेटियों के नाम थे आकूति, देवहुति और प्रसूति। बेटों के नाम उत्तानपाद और प्रियव्रत। ये पांच बच्चे दुनिया की पहली संतानें थीं। इसमें ध्यान देने वाली बात ये है कि पहले पांच बच्चों में तीन बेटियां थीं। इसका मतलब यही है कि प्रकृति और परमात्मा बेटियां अधिक देते हैं। बेटियों को भी उतना भी मान-सम्मान करना चाहिए, जितना बेटों का किया जाता है। भगवान ने भी कभी बेटों और बेटियों में भेद नहीं किया है, ये भेद इंसानों ने बनाया है। कुछ लोग गर्भ में पल रही संतान का लिंग मालूम कर लेते हैं और अगर गर्भ में लड़की होती है तो उस भ्रूण की हत्या करवा देते हैं। ये बहुत गलत है। जो लोग भ्रूण हत्या करते हैं, वे परमशक्ति के आदेश के विरुद्ध काम करते हैं। अत: जब हमारे घर में बेटी पैदा हो तो हमें उतना ही प्रसन्न होना चाहिए, जितना बेटे के जन्म से प्रसन्न होते हैं 


Sunday, December 20, 2020

रूस के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम का कोई मुकबला नहीं , 400 किलोमीटर दूर तक टारगेट को भेदने सकता l

भारत और चीन समेत पांच देशों ने रूस के एयर डिफेंस सिस्टम S-400 को खरीदने का करार किया हैरूस का S-400 एयर डिफेंस सिस्टम अमेरिका के लिए बड़ी परेशानी बन चुका है।भारत ने 2018 में रूस से  S-400 की डील 5.43 अरब डॉलर मे की थी और इस डील के लिए भारत एडवांस पेमेंट भी कर चुका है तब अमेरिका ने इस पर नाराजगी जताई थी। लेकिन, इससे ज्यादा वह कुछ नहीं कर पाया, क्योंकि भारत ने साफ कर दिया था कि वह अपनी रक्षा जरूरतों को हर कीमत पर पूरा करेगा। स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (SIPRI) के सीनियर रिसर्चर सिमॉन वाइजमैन ने ‘अलजजीरा’ से कहा- इस एयर डिफेंस सिस्टम का कोई मुकाबला नहीं। अमेरिका के पास भी इतना एडवांस्ड सिस्टम नहीं है। लेकिन, यह भी सच है कि हर देश इसे नहीं खरीद सकता। क्योंकि, S-400 बेहद महंगा है। इसके राडार 600 किलोमीटर की दूरी तक सर्विलांस (निगरानी) कर सकते हैं। इसकी मिसाइलें 400 किलोमीटर दूर तक टारगेट को मार गिराएंगी। यह ऑल इन वन एयर डिफेंस सिस्टम है।


Friday, December 18, 2020

केंद्र ने कहा- वैक्सीनेशन स्वैच्छिक होगा, सेंटर पर फोटो आईडी ले जाना जरूरी l

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोरोनावायरस का वैक्सीनेशन स्वैच्छिक होगा। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि भारत में डेवलप की गई वैक्सीन उतनी ही प्रभावी होगी, जितनी कि दूसरे देशों में बनाई गईं वैक्सीन। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सलाह दी है कि वैक्सीन का पूरा कोर्स लें ताकि खुद को कोरोना से बचा सकें और संपर्क में आने वाले परिजनों, दोस्तों, रिश्तेदारों और साथी कर्मचारियों में भी इसके संक्रमण को नियंत्रित कर सकें।

केंद्रीय मंत्रालय ने वैक्सीनेशन ड्राइव को लेकर पूछे गए सवालों के आधार पर एक स्टेटमेंट जारी किया है।

5 प्वाइंट में समझें वैक्सीनेशन ड्राइव

  1. 1. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि वैक्सीनेशन का शेड्यूल पूरा करने के लिए 28 दिन के अंतर पर वैक्सीन के दो डोज लगवाने होंगे। वैक्सीन की उपलब्धता के आधार पर ज्यादा तादाद में वैक्सीनेशन के लिए सेंटर्स पर प्रियॉरिटी ग्रुप चुन लिया गया है। ऐसे लोगों को खतरा ज्यादा है और उन्हें ही प्राथमिकता के आधार पर वैक्सीन लगाई जाएगी।
  2. 2. केंद्रीय मंत्रालय के मुताबिक, पहला ग्रुप में हेल्थकेयर और फ्रंटलाइन वर्कर्स को शामिल किया गया है। दूसरे ग्रुप में 50 साल से ऊपर और 50 साल से नीचे उन लोगों को वैक्सीनेट किया जाएगा, जिन्हें पहले से गंभीर बीमारियां हैं।
  3. 3. क्या किसी संक्रमित व्यक्ति को वैक्सीन लगाई जाएगी? इस सवाल के जवाब में मंत्रालय ने कहा कि संक्रमण के लक्षण खत्म होने के 14 दिन बाद ऐसे व्यक्ति को वैक्सीन लगाई जाएगी।
  4. 4. वैक्सीनेशन के लिए एलिजिबल लोगों को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर वैक्सीनेशन के संबंध में जानकारी दी जाएगी। इसमें बताया जाएगा कि उन्हें किस सेंटर पर वैक्सीन लगाई जाएगी और कब लगाई जाएगी।
  5. 5. वैक्सीनेशन के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है। रजिस्ट्रेशन और वैक्सीनेशन के दौरान पहचान के लिए फोटो आईडी भी अनिवार्य है।

Saturday, December 12, 2020

यूजीसी, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) जैसे निकायों का विलय किया जाएगा अगले शैक्षणिक सत्र में l

नई शिक्षा नीति को स्‍थापित करने की ओर एक और कदम बढ़ाते हुए अब विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) और AICTE जैसे सभी स्वायत्त निकायों को खत्‍म कर देश में एक उच्‍च शिक्षा आयोग का गठन किया जाएगा l मेडिकल और लॉ एजुकेशन को छोड़कर अन्‍य सभी कोर्सेज़ के लिए एक हायर एजुकेशन कमीशन ऑफ इंडिया (HECI) का गठन किया जाएगा l एजेंसी के मुताबिक, यह बदलाव 2021 से ही लागू होने शुरू हो जाएंगे l उच्च शिक्षा सचिव अमित खरे ने FICCI द्वारा आयोजित एक वर्चुअल मीट में कहा, "आप 2021 में ही कुछ बड़े बदलाव देखेंगे. इसमें सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी के लिए एक एंट्रेस टेस्‍ट, क्रेडिट बैंक का गठन जिसमें छात्र अपना अकादमिक क्रेडिट सुरक्षित रख सकेंगे आदि शामिल हैं  lअगले साल के लिए योजनाबद्ध बदलावों की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, "यूजीसी, अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) और राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद (NCTE) जैसे निकायों का विलय किया जाएगा और अगले शैक्षणिक सत्र में, हम भारत के एक हॉयर एजुकेशन कमीशन के सदस्य होंगे " देश में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए, एक राष्ट्रीय अनुसंधान कोष का गठन भी किया जाएगा l  उन्‍होंने कहा, "सभी विश्वविद्यालय, चाहे वे निजी हों, राज्य हों या केंद्रीय हों, उनके पास कंपटेटिव फंडिंग हो सकती है l  यह USA के नेशनल साइंस फाउंडेशन की तरह है l  हमने इसमें कुछ और भी जोड़ा है, सामाजिक विज्ञान भी नेशनल रिसर्च फंड का हिस्सा होगा "


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